शिमला : राजधानी में बुधवार को हर तरफ बर्फबारी का कहर देखने को मिला। बर्फ़बारी से सड़कें अवरुद्ध होने से पूरा शहर जाम हो गया। आधे शहर में ब्लैक आउट रहा। ऐसा आलम रहा कि राजधानी में जिंदगी ही ठहर गई हो। शहर में हुए एक फुट से अधिक हिमपात से सभी अंदरूनी व मुख्य सड़कें अवरुद्ध रहीं। हालांकि सड़कों से बर्फ को हटाने के लिए प्रशासन ने इंतजाम भी किए हैं, लेकिन बर्फ के लगातार गिरने से ये नाकाफी साबित हो रहे हैं।ऐसे में शिमला पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए बर्फ में फंसे सैलानियों और बीमार लोगों की हिफाज़त कर इंसानियत की मिसाल पेश की।
पुलिस ने दिल्ली और हरियाणा के 43 पर्यटकों को रेस्क्यू किया। पर्यटकों का रेस्क्यू करने के साथ ही पुलिस ने कुल्लू व टांडा से आइजीएमसी रेफर मरीजों को सकुशल आइजीएमसी पहुंचाया। ये मरीज अपने निजी वाहनों में शिमला आ रहे थे कि तवी मोड़ व विक्ट्री टनल पर बर्फ में इनके वाहन फंस गए। इन मरीजों के लिए पुलिस मसीहा बनकर आई और आइजीएमसी पहुंचाया। समरहिल के चायली से केएनएच के लिए रेफर एक गर्भवती महिला को ले जा रहा वाहन भी बर्फ में फंस गया, जिसे पुलिस की मदद से तुरन्त समय पर केएनएच पहुंच गया। इसी तरह कंडा जेल से गम्भीर अवस्था में एक कैदी को आइजीएमसी पहुंचाया गया। दिल्ली के सैनिक नगर के 24 पर्यटकों को लेकर जा रहे दो वाहन ढली थाना क्षेत्र के तहत कोटी के पास बर्फ में फंस गए। शिमला पुलिस ने इनका रेस्क्यु करवाया और इनका सिडार होटल में ठहरने का प्रबंध किया गया है। पर्यटकों के इस दल में 7 पुरुष, 11 महिलाएं, 4 बच्चे और 2 चालक हैं।
इसी तरह हरियाणा के 13 पर्यटकों को हसनवेली से सुरक्षित निकालकर सुरक्षित शिमला लाया गया है। हरियाणा के ही जींद के रहने वाले 5 सैलानियों को मशोबरा बाइफर्केशन स्व रेस्क्यू कर उन्हें वुडरिणा होटल में ठहराया गया है। नालदेहरा में फंसे पिंजौर के एक पर्यटक को रेस्क्यु कर पुलिस ने नालदेहरा के एक होटल में ठहराया है।