बिलासपुर: समाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर व तख्तियां लेकर नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। बड़े तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने की दृष्टि से व नशा तस्कर माफिया के विरुद्ध पुलिस की उपेक्षापूर्ण कार्रवाई के विरोध में रैली का आयोजन किया। यह रैली बिलासपुर में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर से आरम्भ हुई। जबकि इसका समापन जिलाधीश कार्यालय परिसर में हुआ। जब नशीले प्रदार्थ बेचने वाले सौदागरों को पकड़ने के लिए समाज सेवी सूचना देते हैं तो पुलिस कर्मियों के द्वारा रेड की जाती है।
हैरानी की बात तो यह है कि रेड से पूर्व ही पुलिस के कुछ कर्मी नशे के सौदागरों को रेड के प्रति सूचित कर देते हैं। जब रेड की जाती है तो अंदर कुंडी लगाकर समाजसेवियों को दूर रखा जाता है। ऐसे भी मामले सामने आए हैं की पुलिस कार्रवाई से पूर्व नशे के सौदागर नशीले पदार्थों को बाथरूम के माध्यम से गटर में बहा देते हैं। नशीले पदार्थों के अवैध गैर कानूनी कारोबार में संलिप्त अपराधियों के गिरेबान तक पुलिस को सूचना समाजसेवी वर्ग उपलब्ध करवाता है।
पुलिस कर्मियों की लचर कार्यशैली से समाजसेवी अपने आपको असुरक्षित समझ रहे हैं। इस रैली का आयोजन नगर सुधार समिति के आह्वान पर किया जाता है। रैली को संबोधित करते हुए समाजसेवियों ने रोष प्रकट किया। पुलिस के सामने अवैध नशा बेचने के आरोपी ने समिति के प्रधान दिनेश कुमार व मुनीर अख्तर लाली को जान से मार देने की धमकियां व गालियां दी। लेकिन पुलिस मूकदर्शक बन खड़ी रही।
गत 6 सितंबर को जब पुलिस ने नशे को पकडऩे के लिए डियारा सैक्टर में छापेमारी की तो इस छापेमारी के दौरान ही आरोपी ने समिति के प्रैस सचिव तनुज सोनी, कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र सिंह सहित अन्य कई लोगों के सामने धमकियां दी। समाजसेवी संस्थाओं ने जिलाधीश राजेश्वर गोयल के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की।