एमबीएम न्यूज़/शिमला
बीते छह दशकों से राजधानी शिमला में पर्यटकों व स्थानीय लोगों को लजीज व्यंजन मुहैया करवाने वाला मशहूर रेस्टोरेंट बालजीज बुधवार को बंद होने जा रहा है। माॅल रोड पर स्थित यह रेस्टोरेंट अपनी मिठाइयों और व्यंजनों के लिए बेहद मशहूर है। शिमला आने वाली प्रसिद्व हस्तियां, देशी-विदेशी टूरिस्ट व स्थानीय लोग मालरोड पर टहलने के बाद बालजीज के गुलाब जामुन और पेस्ट्री का स्वाद चखना नहीं भूलते हैं। यह रेस्टोरेंट सन 1954 में शुरू हुआ था। तब इस रेस्टोरेंट को चंद्र बालजीज ने शुरू किया था। सन 1996 में पति की मृत्यु के बाद रेणु बालजी इस रेस्टोरेंट को चला रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने विगत वर्ष इस ऐतिहासिक रेस्टोरेंट को बंद करने के फरमान जारी किए थे। कोर्ट के आदेश के मुताबिक 10 जुलाई यानी बुधवार को इस रेस्टोरेंट को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा। वर्तमान में इस रेस्टोरेंट में 60 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। बालजीज प्रबंधक द्वारा छह माह पूर्व इन कर्मियों को नोटिस देकर रेस्टोरेंट के बंद होने की जानकारी दे दी गई थी।
दरअसल बालजीज रेस्टोरेंट किराए के भवन में चल रहा था। इसके मालिक ने रेस्टोरेंट को खाली करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में केस किया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस रेस्टोरेंट का प्रति माह किराया डेढ़ लाख के करीब है, जबकि संपति मालिक 25 लाख प्रति माह किराए की मांग कर रहे थे। लेकिन बालजीज प्रबंधक ने इतना किराया देने से इंकार कर दिया था। ऐसे में बालजीज प्रबंधक ने 10 जुलाई को अंतिम वर्किंग डे तय किया है और अगले पांच दिन इसे खाली करने के लिए रखे गए हैं।