जीता सिंह नेगी/किन्नौर
जानी गांव का सरकारी प्राईमरी स्कूल के जर्जर भवन से दर्जनों छात्रों का भविष्य दांव पर है। बताते चलें कि इस सर्दी में अत्याधिक बर्फबारी के कारण प्राईमरी स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। भवन की जर्जर हालत को देखते हुए छात्रों के साथ कोई अनहोनी न हो व पढ़ाई बाधित न हो इसलिए प्राईमरी स्कूल में पढ़ रहे करीब 35 छात्रों को साथ के मिडल स्कूल में शिफ्ट किया गया है।
मिडल स्कूल में पहले ही करीब 55 छात्र पढ़ रहे है, यहां कुल 4 कमरे है। जिसमें एक कमरे में ऑफिस व एक में कंप्यूटर रखें है। बचे दो कमरों में पहली से आठवीं तक के करीब 90 छात्र पढ़ने को मजबूर हैं। दो कमरों में पहली से आठवीं तक के 90 छात्रों की पढ़ाई कैसे होगी। ऐसा नहीं है कि सरकार व प्रशासन को इसकी जानकारी नही है। स्थानीय ग्रामीणों, जानी पंचायत, स्कूल एसएमसी व स्कूल प्रशासन ने पहले ही उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग किन्नौर, सर्व शिक्षा अभियान व उपायुक्त को इस बारे अवगत करवा चुके हैं। लेकिन स्कूल के भवन निर्माण व अन्य वैकल्पिक समाधान बारे अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बुधवार को एक बार पुनः एसएससी प्रधान नितुराम, अधिवक्ता हीरा सिंह, एसएमसी सदस्य कबीर, कृष्णा कुमारी, नीला देवी ने एक ज्ञापन उपायुक्त गोपाल चंद को दिया। ग्रामीणों ने जानी प्राईमरी स्कूल की जर्जर हालत को ठीक करने की मांग की है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।