एमबीएम न्यूज़/नाहन
मात्र 8 महीने के भीतर डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हेमेंद्र महाजन का तबादला नेरचौक मेडिकल कॉलेज में कर दिया गया है। हर रोज करीब 80 ओपीडी के अलावा डॉ. महाजन ओटी में बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रहे थे। पहले भी डॉक्टर महाजन नाहन में तैनात थे। लेकिन यहां से उनका तबादला शिमला कर दिया गया था।
सवाल उठता है कि पिछड़े जिला को बेहतरीन चिकित्सकों की सुविधा से क्यों वंचित किया जा रहा है। चंद महीने पहले मेडिकल कॉलेज से बेहतरीन फिजिशियन डॉ. देवेश पांडे ने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने के पीछे घरेलू वजह बताई थी, लेकिन अटकलें इस बात की भी थी कि बेहतरीन चिकित्सक वरिष्ठता के नजरअंदाज होने की वजह से घुटन महसूस कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ माह पहले दो वरिष्ठ चिकित्सकों में जमकर धक्का-मुक्की हुई थी।
दरअसल वीरवार को कुछ महिलाएं डॉ. महाजन से चैकअप करवाने के मकसद से ओपीडी पहुंची। तब उन्हें पता चला कि डॉ. महाजन का तबादला कर दिया गया है। इसके बाद रोष प्रकट करते हुए महिलाओं ने इसकी जानकारी एमबीएम न्यूज नेटवर्क को प्रदान की। तस्दीक की गई तो पता चला कि मेडिकल कॉलेज में डॉ. महाजन डेजिग्नेटिड एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर तैनात थे। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में नियमित एसोसिएट प्रोफेसर का पद देकर उनका तबादला किया गया है। सवाल इस बात पर भी उठता है कि उन्हें नाहन मेडिकल कॉलेज में ही क्यों नहीं नियमित एसोसिएट प्रोफेसर का रुतबा दे दिया गया।
मूलत: चंबा के रहने वाले डॉ. महाजन ने अपने पहले टेन्योर में न केवल शहरवासियों का, बल्कि समूचे जिला के लोगों का दिल जीत लिया था। करीब 8 महीने पहले जब डॉक्टर महाजन का तबादला नाहन मेडिकल कॉलेज में हुआ था तो महिलाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। स्वभाव से बेहद शालीन डॉक्टर महाजन की खास बात यह भी है कि उनका बर्ताव रोगियों के साथ बेहतरीन रहता है। साथ ही तब तक ओपीडी से नहीं उठते हैं, जब तक रोगियों को न जांच लें। खास बात यह भी है कि डॉ. महाजन अमीर-गरीब में कोई फर्क नहीं महसूस करने देते।
नाहन में सर्जन डॉ. राजन सूद व डॉ. महाजन की जोड़ी अपने स्वभाव व मेहनतकश अंदाज से लोगों के दिलों में एक खास जगह बना चुकी है। डॉ. राजन सूद भी घंटों तक लगातार मरीजों को देखकर मेडिकल प्रोफेशन के प्रति अपनी गंभीरता दिखाते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की कोशिशों से मेडिकल कॉलेज में स्त्री रोगी विशेषज्ञों के अलावा अन्य स्पेशलिस्ट की कमी में सुधार आया है। लेकिन इतना भी जरूर होना चाहिए कि ऐसे चिकित्सकों की सेवाएं जारी रहनी चाहिए, जो वास्तव में लोगों के मन में एक खास जगह बना चुके हैं।
उधर, पूछे जाने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि फिलहाल उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है कि डॉ. महाजन का तबादला हुआ है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे पता करेंगे। साथ ही कहा कि चिकित्सकों की कमी को लेकर गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की स्थिति में तेजी से सुधार लाने का भरसक प्रयास किया गया है।