एमबीएम न्यूज/शिमला
आधुनिक तकनीक का फायदा उठा देश के लोगों को करोड़ों रूपए का चुना लगाने वाले गिरोह का रामपुर पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। पुलिस की कड़ी कार्रवाई के बाद नोएड़ा से अब शातिर 3 भाईयों सहित एक युवती को गिरफ्तार किया गया है। इससे पूर्व पुलिस उक्त गिरोह के एक आरोपी को सलाखों के पीछे पंहुचा चुकी है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह ऑनलाइन ठगी में माहिर है। देश के भोले-भाले लोगों को ऑनलाइन शॉपिग, इंश्योरैंस, जॉब आदि के नाम पर फंसा कर ठगी को अंजाम देता था।
माना जा रहा है कि यह गिरोह देश के अलग-अलग हिस्सों में अभी तक करोड़ों रूपए की ठगी को अंजाम दे चुका है। ठगी से कमाए लाखों रूपयों के बाद यह गिरोह विदेशों की यात्रा पर निकलता था। डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि रामपुर में बीमा पॉलिसी के नाम पर एक सेवानिवृत अध्यापक से 72 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने अब 3 भाईयों सहित एक युवती को नोएड़ा से गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गुरवचन सिंह (28), दुष्यंत कुमार (23), दीपक शर्मा (21) पुत्र राजेंद्र सिंह व दीपिका ठाकुर (25) पुत्री वासुदेव सिंह निवासी त्रिलोकपूरी दिल्ली को गिरफ्तार किया है। उक्त मामले में पुलिस ने पहले ही प्रवीण को गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ के बाद अब उक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह युवक पिछले करीब 5 सालों से उक्त गैंग के साथ काम कर रहा था। डीएसपी ने बताया कि माना जा रहा है कि उक्त गैंग ने करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया हो। जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
कैसे फंसाते थे लोगों को जाल में
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुडग़ांव और नोएडा में ऑनलाइन मार्केटिंग और रोजगार से जुडी कंपनियों के बैनर तले ठगी का धंधा चलता था। ठगो ने लोगों के मोबाइल नंबर और नाम के लिए गूगल और इंश्योरेंस कंपनियों का डाटा इस्तेमाल किया जाता था। जिसके बाद प्रवीण फर्जी खाते खोलता था, जबकि दीपिका और दुष्यंत शिकार को फसानें का काम करते थे।
दीपिका ठाकुर आवाज बदलने में माहिर है। पहले वह स्वयं बात करती थी फिर बॉस से बात करवाने के नाम पर भी स्वयं आवाज बदल कर बात करती थी। इस दौरान विभिन्न इंश्योरेंस स्कीमों में अच्छा मुनाफा होने का लालच देकर लोगों से फर्जी बैंक खातों में पैसा ट्रांस्फर करवाया जाता था। इतना ही नहीं स्वयं ठगी के बाद आरोपियों द्वारा एकत्रित किया गया डाटा अन्य ठगों को मोटी रकम पर बेच दिया जाता था।
ग्रेजुएट हैं गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी ग्रेजुएट हैं। इतना ही नहीं यह गैंग 9 भाषाओं का ज्ञान भी रखते हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी भाई जिसमें गुरवचन सिंह ने बीए, दुष्यंत कुमार ने एमबीए, दीपक शर्मा व दीपिका ठाकुर एमकॉम की पढ़ाई की है। यदि वह अपनी पढ़ाई और दिमाग को किसी अच्छी तरफ प्रयोग करते तो शायद देश को नई दिशा मिलती, लेकिन शायद बेराजगारी या अन्य किन्हीं कारणों से वह इस गलत धंधे में पड़ गए, जिसने उन्हें आज सलाखों के पीछे पंहुचा दिया है।