तिलकराज/धर्मशाला
….जब भी हिमाचल आता हूं, ऐसा लगता है घर आ गया हूं। अपनों के बीच आया हूं। लंबे अरसे तक राज्य के कोने-कोने में संगठन का कार्य करने का मौका मिला। खुशी है, उस समय तहसील व जिला स्तर पर मेरा संगठन में साथ दे रहे थे, आज वो तमाम लोग पार्टी में प्रथम पंक्ति के नेता बन गए हैं। सोचिए, यह पल मुझे कितना खुशी देता होगा। इन पंक्तियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन आभार रैली का संबोधन शुरू किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन सब मित्रों को शुभकामनाएं देता हूं, जिन्होंने संगठन में मेरा कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल एक देवभूमि है। साथ ही राज्य की शक्तिपीठों का जिक्र भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हरेक गांव में देवी-देवता बसते हैं, जहां शांति है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस प्रदेश की माताओं के बेटे जब देश रक्षा में कंधे पर बंदूक उठाकर सीमा पर जाते हैं तो दुश्मन भी कांप उठते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि धर्मशाला ने खेल जगत में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि कम समय में जो इस क्षेत्र का विकास हुआ है, वो अपने में प्रशंसनीय है। पीएम ने कहा कि हालांकि वो आज लोकसभा में व्यस्त हैं, लेकिन अगर इस मौके पर कांगड़ी धाम को याद न करें तो क्या मजा है। माश की दाल, जिमीकंद की सब्जी, रंगीन चावल, मदरा का अपना ही जायका है। पीएम ने कहा कि व्यस्तता की वजह से तो आज बिना कांगड़ी धाम खाए ही लौटना पडे़गा।
पीएम ने कहा कि नई सरकार को एक साल में दफतर साफ करने में ही लग जाता है, लेकिन वृतचित्र में उपलब्धियां देखकर दंग रह गए। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम बधाई के पात्र हैं। बेहद सूझबूझ से प्रधानमंत्री ने रैली में दिखाए गए वृतचित्र को हरेक मोबाइल तक पहुंचाने का वादा ले लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल से गहरा रिश्ता रहा है, जिसे वो अपना दूसरा घर भी कहा करते थे। मोदी ने कहा कि हिमाचल को मजबूत करने की नींव दिवंगत वाजपेयी जी ने रखी। मोदी ने कहा कि हिमाचल में सिर्फ टूरिज्म या खेती ही नहीं, औद्योगिक विकास का कार्य भी दिवंगत वाजपेयी जी के समय से शुरू हुआ। मोदी ने कहा कि पहाड़ का पानी व पहाड़ की जवानी कभी उसके काम नहीं आती। लेकिन जयराम सरकार ने यह साबित कर दिखाया है कि पहाड़ का पानी व पहाड़ की जवानी पहाड़ के लिए ही काम आ रही है।
मोदी ने कहा कि वो विश्वास के साथ कह सकते हैं कि आने वाले वक्त में हिमाचल पहाड़ी व छोटे राज्यों में सर्वोपरि होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोई अच्छा कार्य करता है तो मन करता है कि उनके लिए कुछ किया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार में हिमाचल को 21 हजार करोड़ मिलता था। लेकिन आज मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 72 हजार करोड़ रूपये दिया जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को यह पूरा भरोसा है कि केंद्र से मिलने वाली राशि की पाई-पाई का सदुपयोग होगा। पीएम मोदी ने कि जब वो प्रदेश में संगठन का कार्य करते थे, उस समय कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत गांव-गांव तक सड़क पहुंच गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की नामी सॉफ्ट कोल्ड ड्रिंक कंपनियों को इस बात पर सहमत किया गया है कि पांच प्रतिशत फ्रूट छोटे किसानो व बागवानों से लें, ताकि उन्हें एक मार्किट मिले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां तक देश में अधोसंरचना के विकास की बात है तो सरकार नई पीढ़ी के दृष्टिगत इस दिशा में कदम उठा रही है। पीएम ने कहा कि हिमाचल जैसे छोटे राज्य में 26 हजार करोड़ के प्रोजैक्ट चल रहे हैं। सोचिए, जब यह पूरे होंगे तो किस तरह की तस्वीर सामने आएगी। पीएम ने कहा कि प्रदेश टूरिज्म के बदलाव को लेकर भी सरकार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पारदर्शी ट्रेन का डिब्बा चलाना इसी तरफ उठाया गया कदम है। पीएम मोदी ने फिर याद दिलाया कि वो चाहते हैं कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में सफर करे। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना का विस्तारीकरण किया जा रहा है। इससे प्रदेश के टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए ट्रांसपोर्ट व टूरिज्म दो पटरियां हैं। इस दिशा में सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्टेशन सुविधा के लिए प्रदेश में 9 हजार करोड़ के प्रोजैक्ट चल रहे हैं। पीएम ने कहा कि देश में 2013 की तुलना में 2017 तक देश के पर्यटन कारोबार में 50 प्रतिशत के आसपास वृद्धि हुई है। 18 बिलियन डॉलर्स का कारोबार हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम के पर्यटकों के मानकों के आधार पर देश 65वें नंबर पर था, लेकिन मौजूदा सरकार के समय में यह रैंकिंग 40वें स्थान पर पहुंच गई है। इसकी बड़ी वजह ई-वीजा सुविधा भी है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर वन रैंक-वन पेंशन का जिक्र भी किया।
इस मसले पर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तीखी आलोचना भी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार में अरबों रुपए के घोटाले हुए। किसानों को लूट लिया गया। लेकिन किसानों की व्यथा समाचारपत्रों में भी प्रकाशित नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस ने किसानों से कर्जमाफी का वायदा किया था, लेकिन आज तक यह वायदा पूरा नहीं किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो वादे पूरे नहीं कर सकते, उन्हें वादे नहीं करने चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें जयराम सरकार का नारा बेहतरीन लगा है। इसमें यह कहा गया कि ईमानदारी से प्रयास किया। पीएम ने तीखे अंदाज में कहा कि भाजपा झूठे सपने नहीं दिखाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक मर्तबा वो इजराइल गए। वो एक स्थान पर गए, जहां पर सिर ढकना था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो हिमाचली टोपी पहने हुए थे। इस पर उन्हें हजारों संदेश आए। इस घटना ने उन्हें बेहद भावुक कर दिया था। इतना अपनापन शायद ही कहीं मिलता होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो विश्व के किसी भी कोने में जाते हैं तो प्रदेश के पर्यटन की बात जरूर करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो इस बात पर भी बेहद खुश हैं कि हिमाचल खुले में शौचमुक्त हुआ है।
संबोधन के आखिरी क्षणों में प्रधानमंत्री ने मोबाइल इस्तेमाल करने वालों को भी छूने का प्रयास किया। मोदी ने शोले के गब्बर के डॉयलॉग को बदलते हुए कुछ इस तरह से कहा कि आज मां कहती है कि बेटा मोदी है तो मोबाइल है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के समय में डाटा की दरें तेजी से गिरी हैं। उन्होंने ऑर्गेनिक खेती पर भी बल दिया।
आखिर में कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि चौकीदार से डर लग रहा है, क्योंकि चोरी नहीं हो पा रही है। मोदी ने कहा कि ईमानदारी से कार्य किया है और आगे भी करेंगे। इसी संकल्प के साथ आगे बढेंगे। प्रधानमंत्री ने रैली में आ रही बस हादसे में घायलों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की।
इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर ने देवभूमि की ओर से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से धर्मशाला अहम है। दलाईलामा की पवित्र भूमि है। वीरभूमि के रूप में भी जाना जाता है। प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ कांगडा से संबंधित हैं। उनके अलावा कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बतरा, सूबेदार संजय कुमार, सौरभ कालिया व सुधीर वालिया के शौर्य को याद किया जाता है। जय राम ने कहा कि सत्ता संभालते ही पहला निर्णय राजनीतिक नही, बल्कि सामाजिक रहा। उन्होंने अपने एक साल के कार्यकाल के तमाम निर्णयों पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल में उन्होंने 68 में से 63 विस क्षेत्रों में दौरा पूर्ण कर लिया है। गांव के लोगों के कामों के लिए जनमंच कार्यक्रम शुरू किया। 12 जिलों में 12 मंत्री जाकर अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों की समस्याओं का मौके पर समाधान कर रहे हैं। 30 हजार समस्याएं मौके पर ही निपटाई गई। विपक्षी इस निर्णय से परेशान हैं। उन्हें इससे अपना जनाधार खिसकता नजर आ रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में बहुत काम करने की आवश्यकता है। हमारा प्रयास रहेगा कि लोकसभा चुनाव में चारों सीटें जीतकर दोबारा प्रधानमंत्री के पद पर मोदी जी को आसीन करें।
खास बातें….
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12ः39 बजे के करीब मंच पर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री को शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही एक कलाकृति के रूप में प्रदेश की संस्कृति का स्मृतिचिन्ह भेंट किया। इसके बाद सरकार की उपलब्धियों पर एक पुस्तक का विमोचन किया।
इसके बाद ईमानदार प्रयास का….एक साल विकास का वृतचित्र पेश किया गया। इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री के शपथग्रहण समारोह से की गई। सबसे पहले जयराम सरकार के वृद्धावस्था पेंशन की आयु 80 से घटाकर 70 करने के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए एक बुजुर्ग को आभार व्यक्त करते हुए दिखाया गया। उसके बाद क्रमबद्ध उज्जवला योजना, टोल टैक्स समाप्त करना, आयुष्मान भारत का शुभारंभ, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के बारे में लाभार्थियों को वृतचित्र में सरकार का गुणगान करते दिखाया गया।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार की एक साल की कल्याणकारी उपलब्धियों को लेकर एक पुस्तक का विमोचन भी किया। लोकसभा में तीन तलाक के विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री का दौरा तीन घंटे से घटकर एक घंटा रह गया था। सनद रहे कि बीजेपी ने विहिप जारी कर तमाम सांसदों को लोकसभा में ही मौजूद रहने को कहा था।
इस रैली के लिए केंद्रीय सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी हरेक जिला से अलग-अलग रंगों मे बुलाया गया था, ताकि जिलावार पहचान हो सके। 41 लाभार्थियों का चयन प्रधानमंत्री से सीधे बात करने के लिए किया गया था। हालांकि सरकारी आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि इस रैली के आयोजन को लेकर 20 करोड़ का खर्च आया है। कांग्रेस ने 25 करोड़ के खर्चे का दावा किया था।
बुधवार को एसपीजी ने पीएम की रैली को लेकर मॉकड्रिल भी किया था। साईं ग्राउंड से पुलिस ग्राउंड तक मॉकड्रिल की गई।
प्रवेश द्वार के साथ ही 60 फुट लंबा व 30 फीट चौड़ा मंच तैयार किया गया था।
करीब पौने 12 बजे के आसपास प्रधानमंत्री ने साईं ग्राउंड में लैंडिंग की। इसके बाद सरकारी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया।
खास बात यह थी कि जन आभार रैली उस समय हुई, जब देश में 2019 के लोकसभा चुनाव खडे़ हुए हैं। कुल मिलाकर देखना यह भी है कि इस रैली का असर प्रदेश की चार लोकसभा सीटों पर कितना पड़ेगा।