अमरप्रीत सिंह/सोलन
सोलन के ऑटो चालकों ने शहर में रोष रैली का आयोजन किया। इस मौके पर उन्होंने जम कर जिला प्रशासन के नकारात्मक रवैये के खिलाफ जम कर नारे बाजी की। यह रोष रैली इसलिए निकाली गई क्योंकि कुछ समय से शहर में पिछले काफी वर्षों से चल रहे ऑटो नियमों का हवाला देकर भारी भरकम चालान किए जा रहे है। जिसके कारण ऑटो चालकों में भारी रोष दिख रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस तरह का रवैया सरकार और प्रशासन का रहता है तो वह आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे, जिसका जिम्मेवार जिला प्रशासन होगा।
अधिक जानकारी देते हुए ऑटो चालक राजेंद्र मोहन ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार नए रोज़गार देने की बात कर रही है, वहीँ जो युवक रोज़गार कर रहे है उन्हें बेरोज़गार करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि सोलन के युवा बेरोज़गार जो काफी वर्षों से शहर में ऑटो चला रहे है उनको नियमों का हवाला देकर हज़ारों रूपये का चालान किया जा रहा है। जिसकी वजह से रोज़ी रोटी कमा रहे युवक बेहद आहत है। ऐसे में गुजर बसर करना भी बड़ा मुश्किल हो गया है। उन्होंने हताश होकर रोष रैली का आयोजन किया है।
अगर जिला प्रशासन और सरकार फिर भी नहीं चेता तो वह अपने प्रदर्शन को और उग्र करने पर मजबूर होंगे। आप को बता दें कि सोलन में ऑटो यूनियन टूटने की कगार पर है। उनके बीच में फूट पड़ चुकी है। ऑटो यूनियन कमज़ोर पड़ते ही जिला प्रशासन ऑटो चालकों पर हावी होता नज़र आ रहा है। यही कारण है कि शहर में बढ़ती ऑटो की संख्या और जाम पर नियंत्रण पाने के लिए उन्होंने वर्तमान ऑटो यूनियन के सहयोग से चालान करने शुरू कर दिए है। यह रवैया अब कई ऑटो चालकों को रास नहीं आ रहा है।