एमबीएम न्यूज़/नाहन
कालाअंब क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में पेयजल समस्या के स्थाई निदान के लिए ब्रिक्स (ब्राजील, रशिया, भारत,चीन और साऊथ अफ्रीका) योजना की सहायता से 28 करोड़ 52 लाख की डीपीआर तैयार कर ली गई है, जिसे स्वीकृति हेतू सरकार को भेजी जा रहा है। यह जानकारी विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिंदल ने आज यहां सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य तथा ग्रामीण विकास विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होने कहा कि कालाअंब क्षत्र में जलस्तर घटने के कारण विशेषकर गर्मियों के मौसम के दौरान इन क्षेत्रों पेयजल समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी पग उठाए गए है ताकि लोगों को 12 महीने सामान्य रूप से पानी उपलब्ध होता रहे।
डॉ0 बिंदल ने नाहन शहर के लिए निर्मित की जा रही गिरि उठाऊ पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत अब तक 46 करोड़ रूपये की राशि योजना के विभिन्न विकास कार्यों पर व्यय की जा चुकी है, जबकि इस योजना की कुल लागत 52 करोड़ 73 आंकी गई है । उन्होने विभाग को निर्देश दिए कि इस महत्वकांक्षी योजना को युद्धस्तर पर कार्यान्वित किया जाए ताकि इसका समयबद्ध लोकापर्ण किया जा सके । उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप इस योजना को एक नई दिशा मिली है और इसके पूर्ण होने पर नाहन शहर और इसके आसपास के क्षेत्रों आगामी 25 वर्षों तक पेयजल की कोई समस्या नहीं रहेगी।
डॉ0 बिंदल ने इस अवसर पर सांसद निधि, विधायक क्षेत्रीय विकास निधि इत्यादि के तहत नाहन निर्वाचन क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यो को समयबद्ध पूरा करने के लिए नाहन व पांवटा साहिब के खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए। मनरेगा के तहत चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए डॉ0 बिंदल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत शैल्फ तैयार करके शीघ्र प्रस्तुत की जाए ताकि पंचायतों में रूके विकास कार्यो को कार्यान्वित किया जा सके। उन्होने भारी बरसात के कारण सिरमौर जिला में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों व पेयजल योजनाओं को पुनः बहाल करने के निर्देश दिए।
उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि नाहन निर्वाचन की विकास खण्ड पांवटा के तहत आने वाली नौ पंचायतों में सिंचाई व पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 20 नलकूप स्थापित किए जाएगें जिस पर लगभग साढ़े सात करोड़ की राशि व्यय होगी। इसके अतिरिक्त इन पंचायतोें के जो गांव गिरी बाता नदी अथवा अथवा अन्य खडडों के किनारे बसे है और भारी वर्षा अथवा बरसात के कारण हुए भूमि कटाव से जो क्षति हो रही है ऐसे क्षेत्रों में क्रेट वायर लगाकर इसका सरंक्षण किया जाए ताकि लोगों के रिहायशी घरों को कोई नुकसान न पहूंचे। बैठक में नाहन व पावंटा विकास खण्ड अधिकारियों , सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य तथा अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
Latest
- कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा को जमानत बचाने के पड़े लाले
- गिरिपार की निकिता शर्मा ने राष्ट्रीय स्तर पर मनवाया लोहा, 1500 मीटर की दौड़ में रजत पदक
- हिमाचल के स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों को निर्देश, स्मार्ट उपस्थिति एप पर लगाए हाजिरी
- सीएम सुक्खू ने पूर्व विधायक नारायण सिंह स्वामी के निधन पर किया शोक व्यक्त
- जोगिंद्रनगर में दर्दनाक हादसा… गौशाला में जिंदा जला पिता, बचाने गया बेटा भी झुलसा