नितेश सैनी/सुंदरनगर
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे-21 पर सुंदरनगर के जड़ोल में पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण करीब 4 घंटे तक बाधित रहा। जिस कारण वाहन चालकों सहित पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और रात सडक पर बितानी पड़ी। जानकारी के अनुसार रविवार रात 2 बज कर 30 मिनट पर सुंदरनगर के जड़ोल में बिन बरसात पहाड़ी दरकने से हुए भूस्खलन के कारण नेशनल हाइवे-21 करीब 4 घंटे बंद रहा। मलबा व पत्थर मार्ग पर आ गए। गनीमत यह रही की भूस्खलन के समय मार्ग से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, जिस कारण बड़ा हादसा होने से टल गया।
वहीं इस भूस्खलन के कारण फोरलेन पर दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। वाहन चालकों सहित पर्यटकों को भारी संभालते हुए एनएचएआई प्रबंधन की जेसीबी मशीन मार्ग बहाली के लिए मंगवाई।मार्ग की बहाली के लिए कार्य शुरू किया। सुंदरनगर थाना पुलिस टीम ने एसएचओ गुरबचन सिंह के नेतृत्व में मौके पर ट्रैफिक कंट्रोल किया। कुछ छोटे वाहनों को वाया बोबर और वाया डैहर से निकाला गया। वहीं कड़ी मशक्कत के बाद सुबह 6 बज कर 30 मिनट पर मार्ग को एक तरफा बहाल किया गया।मौजूदा समय में अब दोनों तरफ से रूक-रूक कर ट्रैफिक चला हुआ है।
आप को बता दें कि पहाडियों से मलबा गिरने का सबसे बड़ा कारण फोरलेन निर्माण कार्य है। जहां पर फोरलेन निर्माण कंपनियों द्वारा पहाडियों की गलत तरीके से कटिंग की गई है। जिससे पहाडियों पर बसें परिवारों को भी खतरा मंडरा गया है। वहीं लोगों ने प्रशासन सहित विधायक राकेश जम्वाल से इस दिशा में कोई उचित प्रबंध करने की मांग की है।
थाना प्रभारी सुंदरनगर गुरुबचन सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि रात करीब 2 बज कर 30 मिनट पर पुलिस को सूचना मिली थी कि जडोल के पास पहाड़ी गिरने से नेशनल हाइवे-21 पर आवाजाही बंद हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंच करीब 4 घंटे के प्रयास के बाद हाइवे पर फिर से आवाजाही शुरू करवाई। लेकिन बीच में छोटी गाड़ियों के लिए वाया बोबर और वाया डैहर से निकालने की सुविधा की गई थी ताकि लंबा जाम न लग सके।