वी कुमार/मंडी
दो सगे भाई अपने पिता की बीमारी को लेकर परेशान थे और उनकी इस परेशानी का खामियाजा घर जा रहे डॉक्टर को भुगतना पड़ा। मामला बीते शनिवार का है। सर्जन डा. रणेश छुट्टी के बाद अपने घर के लिए निकले। पार्किंग में पहुंचे और गाड़ी के पास स्टाफ नर्स के साथ किसी बात को लेकर चर्चा कर रहे थे। तभी अंदर से कुछ लोग मरीज को लेकर आए और गाड़ी में ले जाने लगे। इनमें से एक ने डॉक्टर के पास जाकर गुस्साए लहजे में अपनी कार की खिड़की बंद करने को कहा।
डॉक्टर ने डर के मारे कार की खिड़की बंद कर दी और अंदर बैठ गए। थोड़ी देर बाद वो शख्स फिर से डाक्टर के पास आया, कार की खिड़की खोली और गाली-गलौच तथा मारपीट करने लग गया। उसके साथ अन्य तीमारदार भी इस मारपीट में शामिल हो गए। पास खड़े एक अन्य डॉक्टर ने बीच बचाव किया। इस बात को लेकर डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने आज दो सगे भाईयों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
यह दोनों सगे भाई बल्ह उपमंडल के मंदरटांडा गांव के रहने वाले हैं और इनमें से एक पुलिस में ही तैनात है। इन्होंने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि 15 दिन पहले इनके चाचा की मौत हो गई थी और इनके पिता का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रह रहा था। 86 वर्षीय पिता की तबीयत जब ज्यादा खराब हो गई तो इन्होंने उन्हें अपनी मर्जी से वापिस घर ले जाने का निर्णय लिया। इन्होंने बाकायदा इसके बारे में अस्पताल में लिखित तौर पर दिया है। जब यह वापिस घर जा रहे थे तो मानसिक परेशानी में थे। हालांकि पिता को वापिस घर ले जाते वक्त रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई थी।
डॉक्टर एसोसिएशन ने भी इस मामले में इसी कारण कुछ नहीं कहा। लेकिन पिछले कल डॉक्टर एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि यदि आरोपियों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो आज से पैनडाउन स्ट्राईक शुरू कर दी जाएगी। इसी के चलते आज सुबह डॉक्टर पैन डाउन स्ट्राईक पर चलेगए थे। इतने में एसोसिएशन को पुलिस की तरफ से सूचना मिली कि दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल समाप्त की और दोबारा काम पर लौट आए।
एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी और लोग भी हैं जिन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जाना है। उन्होंने बताया कि दो सगे भाईयों से पूछताछ की जा रही है और मेडिकेयर एक्टकी धारा 4 के साथ-साथ आईपीसी की धारा 504, 506, 323 और 34 के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।