एमबीएम न्यूज़ / शिमला
हिमाचल प्रदेश में विगत तीन सालों से 214 महिलाएं लापता हैं और इनका कोई भी सुराग नहीं लग पाया है। मंडी से सर्वाधिक 37 महिलाएं लापता हुई हैं। इसके अलवा कांगड़ा से 35, सिरमौर से 31 और कुल्लू से 27 महिलाएं लापता हैं। किन्नौर और चंबा जिले से सबसे कम 1 महिलाएं तीन सालों में लापता हुई हैं। पुलिस स्टेशन बद्दी में लापता महिलाओं के मामले 12 और उना में 23 हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरूवार को प्रश्नकाल के दौरान विधायक राकेश सिंघा के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वर्ष 2015 से वर्ष 2017 तक 237 हत्याएं हुई हैं। इसमें से 58 मामले दुर्घटना के कारण मौत के, 2 आत्महत्या के तथा 9 मामले प्राकृतिक मौत के पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने 3 माह के कार्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाया है तथा बड़े अपराध पर काफी हद तक अंकुश लगाने की कोशिश की है। इस दिशा में गुडि़या हेल्पलाइन शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि मेजर, माईनर, पुरूष या महिला किसी के भी लापता होने पर पुलिस पूरी जांच कर अंतिम कार्यवाही तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार इस विषय पर गंभीर है तथा कोई भी ढील नहीं दी जाएगी।
माकपा विधायक राकेश सिंघा ने प्रदेश में महिलाओं के गायब होने के आंकड़े पर चिंता जताते हुए कहा कि गायब महिलाओं का आंकड़ा परेशानी पैदा करने वाला है तथा यह महिलाएं कैसे गायब हुईं इसका सरकार पता लगाए। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश में महिलाओं के गायब होने के मामले 112 है, जबकि वर्ष 2015 में यह आंकड़ा 45 था।