जंजैहली (लीलाधर चौहान): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के घर में नन्हें छात्रों में पढ़ाई के गजब जुनून का मामला आया है। हालांकि सवाल बिजली गुल रहने पर भी उठे, लेकिन ग्राम पंचायत शिकारी के नन्हें छात्रों ने सौर ऊर्जा की रोशनी के सहारे पढ़ाई की। तीन दिन बिजली गुल रहने के बाद बीती शाम बहाल हुई तो हरेक ग्रामीण ने राहत की सांस ली।
दरअसल हुआ यूं था कि सिराज विधानसभा क्षेत्र की शिकारी पंचायत में चंद रोज पहले आसमानी बिजली कडक़ने के कारण ट्रांसफार्मर जल गया था। इस कारण गांव के लोग परेशानी का सामना कर रहे थे। इसका असर वार्षिक परीक्षाएं जारी होने के कारण स्कूली छात्रों पर अधिक पड़ा, जिन्होंने खुले में बैठकर सौर ऊर्जा की रोशनी का इस्तेमाल किया।
चूंकि मामला सीएम के गृह क्षेत्र से जुड़ा हुआ था, लिहाजा बिजली बोर्ड भी आपूर्ति को बहाल करने की भरसक कोशिश करता रहा। बावजूद इसके तीन दिन लग ही गए। बहरहाल इस मामले से दो बातें मुख्य तौर पर उभर कर सामने आई हैं। इसके मुताबिक बिजली बोर्ड आज भी रिमोट इलाकों में तकनीकी तौर पर पिछड़ा हुआ है। यानि ट्रांसफार्मर जले तो कई दिनों तक आपूर्ति ठप्प।
नन्हें छात्रों ने यह संदेश दिया कि सौर ऊर्जा का इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति में बखूबी किया जा सकता है।
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