नाहन (एमबीएम न्यूज): उपमंडल में क्यारी रिमोट पंचायत समझी जाती है। कुछ अरसा पहले यह पंचायत इस कारण चर्चा में आई थी, क्योंकि यहां बेटों की तुलना में बेटियों का लिंग अनुपात अधिक था। यानि यहां के सीधे-सादे लोग बेटों व बेटियों से अरसे से कोई फर्क नहीं समझते थे। अब इसी पंचायत की बेटी नेहा लक्ष्मी ने यह साबित कर दिया है कि बेटियां भी परिवार की शान को बढ़ा सकती हैं।
प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए रोजाना 6 से 7 किलोमीटर चलने वाली नेहा लक्ष्मी का चयन सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट के तौर पर हुआ है। पश्चिम बंगाल के बिनागुडी मिलिट्री अस्पताल में 26 फरवरी को ज्वाइनिंग देगी।
दसवीं तक की शिक्षा कौलावालाभूड में हासिल करने के बाद नेहा ने सराहां में विज्ञान संकाय की पढ़ाई की। इसके बाद बडू साहिब से बीएससी नर्सिंग की शिक्षा पूरी करने के बाद देहरादून के मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल देहरादून में तैनात रही।
शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से टैस्ट उत्तीर्ण होने की खबर नेहा को 9 फरवरी को हासिल हुई। नेहा का कहना है कि प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा कठिनाई से पूरी की। स्कूल के वक्त 6 से 7 किलोमीटर पैदल चलती थी। बरसात के दौरान नदी व नालों को पार करना बड़ी चुनौती रहती थी। उपलब्धि का श्रेय नेहा ने माता-पिता के अलावा नाना-नानी को दिया है।