कुल्लू (नीना गौतम) : धरती के स्वर्ग रोहतांग दर्रा को जाने के लिए देश-विदेश के लोग बेताव हैं और ऑनलाइन बुकिंग में व्यस्त हैं वहीं, आज हैरान कर देने वाला वाक्या सामने आया है कि रोहतांग दर्रा ऑनलाइन बुकिंग पर ही प्रश्रचिन्ह खड़े हो गए हैं। यह साइट हैकरों द्वारा हैक की गई है या फिर माजरा कुछ और है इस पर स्पष्टीकरण अभी तक नहीं मिल पाया है।
दरअसल कुल 1200 वाहनों में से प्रथम चरण की बुकिंग में 600 वाहनों की बुकिंग हो रही है जिसमें 400 पेट्रोल व 200 डीजल वाहन शामिल हैं लेकिन आज पेट्राल वाहनों में साइट ने 400 की बजाए 401 वाहन दर्शाए हैं, जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि रोहतांग ऑनलाइन बुकिंग साइट को ही हैकरों द्वारा हैक कर दिया गया है।
उधर, उपायुक्त युनूस व्यस्त होने के कारण फोन नहीं उठा पाए और उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र वे इस पर अमल करेंगे। जैसे ही साइट पर 400 वाहनों की बजाए 401 वाहनों की बुकिंग दर्शाइ गए वैसे ही पूरे देश में ऑनलाइन बुकिंग कर रहे लोगों ने प्रश्र उठाना खड़े कर दिए हैं। गौर रहे कि प्रशासन ने ऑनलाइन बुकिंग का समय दिन में दो चरणों में 12 से 3 व 5 से रात 12 बजे तक रखा है जिसमें 12 से 3 बजे तक 600 व 5 से 12 बजे तक अन्य 600 वाहनों की बुकिंग हो रही है।
अभी तक देखने को यह मिला है कि साइट खुलते ही 5-5 मिनट में ही दोनों चरणों में 600-600 वाहन बुक हो रहे हैं और परमिट आवंटन की प्रक्रिया निपट जाती है। लेकिन आज साइट पर ही बबाल खड़ा हो चुका है जहां प्रथम चरण में 600 वाहन बुक होने थे उसमें डीजल के 200 वाहन तो सही हैं लेकिन पेट्रोल वाहन 400 की बजाए 401 साइट में अंकित हुए हैं जिससे साइट हैक होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।
गौर रहे कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के अनुसार रोहतांग दर्रे तक पैट्रोल के 800 और डीजल के 400 वाहन ही जा सकते हैं और इसके लिए ऑनलाइन परमिट अनिवार्य है। ऑनलाइन परमिट प्राप्त करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल बनाई गई है। गूगल में रोहतांग परमिट के नाम से सर्च करके इसे प्राप्त किया जा सकता है। 500 रुपए परमिट फीस के अलावा वाहनों के लिए 50 रुपये का व्यस्तता शुल्क भी रखा गया है। यानि कुल 550 रुपए का शुल्क अदा करके पर्यटक वाहन रोहतांग जा सकते हैं। आम व्यक्ति आसानी से इसकी वैबसाइट पर लॉगइन करके परमिट प्राप्त कर सकता है।
रोहतांग से आगे लाहुल-स्पीति या लेह जाने वाले पर्यटक वाहनों से कोई भी परमिट फीस नहीं वसूली जाएगी लेकिन उन्हें 50 रुपए व्यस्तता शुल्क अदा करना पड़ेगा। बड़े वाहनों के लिए व्यस्तता शुल्क 100 रुपए निर्धारित किया गया है। प्रशासन द्वारा रोहतांग से आगे जाने के नाम पर किसी भी तरह की हेराफेरी रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की बात कही गई है लेकिन आज इस साइट के संभावित हैक होने से लगता है कि प्रशासन इस बारे में बेखबर है।