नाहन (रेणु कश्यप ): सिरमौर बेटा सुनील शर्मा लगातार कामयाबी की राह नाप रहा है। अब सुनील का चयन यूएसए की बैड वाटर के लिए हुआ है। इस मैराथन को विश्व की सबसे चुनौतीपूर्ण दौड़ माना जाता है जिसमे हिस्सा लेने के लिए कई सुरमा बेताब रहते है। गर्व की बात यह है कि देश से सिर्फ सुनील शर्मा को चुना गया है।
35 वर्षीय सुनील शर्मा ब्राजील में 135 माइल अल्ट्रा मैराथन में भी समयावधि से 51 मिनट पहले दौड़ को पूरी कर चुके हैं। चोटिल होने के बावजूद दौड़ते ही रहे थे शायद इसी कारण विश्व की सबसे मुश्किल दौड़ के लिए चयन हुआ है। हालांकि सुनील ले मैराथन में कई रिकार्ड अपने नाम किए है। मगर हरेक खिलाड़ी का सपना होता है कि विश्व स्तर पर चमके।
यूएसए में आयोजित होने वाली वर्ल्ड की सबसे टफ मैराथन के चीफ एडवेंचर आफिसर एंड रेस डायरेक्टर ने देश के बेटे सुनील शर्मा का रिकार्ड देखते हुए इस मैराथन के लिए सिलेक्ट किया है। रेस के डायरेक्टर ने जब 9 फरवरी को सुनील का नाम वर्ल्ड की सबसे टफ मैराथन के लिए किया था तो सुनील शर्मा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सुनील के साथ-साथ मेजर जनरल अतुल कौशिक, फाइनांसर एलडी शर्मा व सुनील के फिजियोथेरेपिस्ट डा. केबीन ने भी सुनील की इस उपलब्धि पर खुशी प्रकट की है।
सुनील शर्मा ने बताया कि जब वह ब्राजील में 135 माइल अल्ट्रा मैराथन से हिस्सा लेकर वापिस इंडिया आ रहे थे तो उन्हें इस बात का पता लगा, कि उनका चयन वर्ल्ड की सबसे टफ मैराथन के लिए हुआ है। सुनील ने बताया कि इस दौड़ के लिए पूरे विश्व से हजारों खिलाड़ी आवेदन करते है। लेकिन सौभाग्य व मेहनत की बदौलत यह सफलता मिली है।
तीन राज्यों में करेंगे प्रेक्टिस
मैराथन धावक सुनील शर्मा ने बताया कि यूएसए में आयोजित होने वाली वर्ल्ड की सबसे टफ मैराथन के लिए वह देश के तीन राज्यों में प्रेक्टिस करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके कोच व फिजियोथेरिपी डा. केबीन अग्रवाल की देखरेख में अभ्यास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मैराथन के लिए वह आंध्र प्रदेश, उड़ीसा व महाराष्ट्र में तैयारियां करेंगे। उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा अखाड़ा के नाम से मशहूर जिम में भी सुनील शर्मा प्रेक्टिस करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके गुरू व आदर्श मेजर जनरल अतुल कौशिक, उनके फाइनांसर एलडी शर्मा व उनके फिजियोथेरपिस्ट डा. केबीन अग्रवाल की देखरेख में यूएसए के लिए तैयारी कर रहे हैं।
माइनस 4 डिग्री तापमान
23 जुलाई को यूएसए में होने वाली वर्ल्ड की सबसे टफ मैराथन न्यूनतम तापमान माइनस 4 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 50 से अधिक होता है। जिसमे खिलाडिय़ों को दौडऩा होता है। इस मैराथन में विश्व के 100 धावकों का चयन किया जाता है। जिसमे में 48 घंटे में 220 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होती है। जो खिलाड़ी सबसे कम समय में दौड़ को पूरी करता है उस खिलाड़ी को विजयी घोषित किया जाता है। इस मैराथन में खिलाड़ी को हर तरह से फीट होना जरूरी है।
सुनील शर्मा ने बताया कि इस मैराथन में दौडऩा हर किसी का सपना होता है। उन्होंने कहा कि 100 की सिलेक्शन में 96 नंबर सुनील का है। उन्होंने कहा कि इससे पहले वह साउथ अफ्रिका में भी दौड़ेंगे। उन्होंने बताया कि 10 जून को साउथ अफ्रिका में कामरेड मैराथन में भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौड़ में 20 हजार मैराथन खिलाड़ी भाग लेंगे।
बना चुके है कई रिकार्ड
हिमाचल के बेटे धावक सुनील शर्मा ने कारगिल इंटरनेशनल मैराथन जो कि 16 जुलाई को आयोजित की गई थी। यह मैराथन 160 किलोमीटर की थी, जिसका कट ऑफ टाइम 32 घंटे था। मगर सुनील शर्मा ने यह मैराथन मात्र 22 घंटे 55 मिनट में पूरी कर ली। जबकि दूसरे नंबर वाला खिलाड़ी 28 घंटे में यह मैराथन पूरा किया था।
सुनील ने बताया कि दूसरे नंबर के खिलाड़ी को उन्होंने 40 किलोमीटर का गैप रखा हुआ था। सुनील ने बताया कि नेशनल रिकार्ड डा. अमित के नाम था। जिन्होंने 22 घंटे में 186 किलोमीटर मैराथन दौड़ दौड़ी थी। डा. अमित के रिकार्ड को भी उन्होंने तोड़ दिया है। उन्होंने 22 घंटे में 192 किलोमीटर दौड़ दौडक़र नया कीर्तिमान स्थापित किया है।