एमबीएमएम न्यूज़/शिमला
नैक से ए ग्रेड लेने वाली हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र यानी इक्डोल में प्रोस्पेक्टस की बिक्री में लाखों रुपए के हेरफेर का मामला सामने आया है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इक्डोल का ऑडिट कर रही एजी कार्यालय शिमला की टीम को इस बारे साक्ष्य हाथ लगे हैं।
टीम ने इक्डोल का तमाम रिकार्ड कब्जे में लेकर
पड़ताल की तो पाया कि बेचे गए प्रोस्पेक्टस की रकम विवि के खाते में जमा रकम से कम है। यह हेरफेर व घोटाला 60 से 70 लाख रूपये का होने की आंशका है। बताया जा रहा है कि कई सालों से गड़बड़झड़ाला चल रहा था, मगर विवि प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब छात्र संगठन एबीवीपी ने इस मुददे पर मोर्चा खोलते हुए हेरफेर करने वाले कर्मचारियों की गिरफतारी के लिए आवाज बुलंद कर दी है।
एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई ने बुधवार को विवि स्थित पिंक पेटल्स पर धरना प्रदर्शन किया। एबीवीपी के इकाई सचिव अंकित चन्देल ने बताया कि इक्डोल में सामने आया घोटाला पिछले चार वर्षों से विश्वविद्यालय प्रशासन की देखरेख में पलता रहा। उन्होंने कहा कि इस मामले में संलिप्त दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए और इन्हें गिरफतार किया जाए। अन्यथा एबीवीपी छात्रों को लामबंद कर बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि साल 2002 से लेकर आज तक के ऑडिट को करवाया जाए, तो ये घोटाला करोड़ों तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि इक्डोल की मान्यता को पिछले कल ही यूजीसी द्वारा रदद् कर दिया गया है। हजारों छात्रों को शिक्षा प्रदान करने वाले इक्डोल के बंद होने के कारण हजारों छात्र शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
Latest
- हमीरपुर : सभी वाहनों की हो रही चैकिंग, SST ने व्यय पर्यवेक्षक का वाहन भी किया चैक
- चंडीगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष तिवारी की सिरमौर में कृषि भूमि…
- हिमाचल में आबकारी विभाग ने पकड़ी 1.16 लाख लीटर अवैध शराब
- हनुमान बड़ोग व भराड़ी घाट के पंचायत प्रतिनिधियों एवं आम लोगों ने समझा मतदान का महत्व
- हिमाचल में कमरा नंबर 302 में 302 की खौफनाक पटकथा, तीन फुट के बैग में लड़की की लाश