नाहन – जिला सिरमौर मंे शराब के ठेकों व बैरियरों के विरोध में आबाकारी एवं कराधान विभाग की मुश्किलें काफी बढ गई है। वहीं अब इसे राजनीति से भी जोडकर देखा जा रहा है। विधानसभा के चुनावी वर्ष में सतारूढ सरकार को जहां इसके विपरित परिणाम भुगतने पड सकते है। वहीं विपक्ष के लिए भी अब मुद्दा मिलता दिखाई दे रहा है। वर्तमान में जिले में आंदोलन की स्थिति पैदा हो गई है। जहां महिलाएं शराब के ठेकों को बंद करने का विरोध कर रही है वहीं ग्रामीण भी अब पीछे नहंी है। टोल टैक्स बैरियरों के विरोध में प्रदर्शन जारी है। जिले के दूरदराज क्षेत्र तिलोडधार, कोटीधीमान के बाद अब अंधेरी व जमेरिया में शराब के ठेकों के विरोध मंे महिलाओं के स्वर तीखे हो गए है। अंधेरी में महिलाओं का लगातार प्रदर्शन जारी है। ठेकों को बंद करने के लिए प्रशासन की नाकामी के बाद अब 7 अप्रैल को अंधेरी में ही महिलाओं की महापंचायत होगी। इसमें हजारों महिलाएं सरकार व प्रशासन के विरोध में सडकों पर उतरेगी। यहीं नहीं तिलोडधार व कोटीधीमान में भी महिलाएं खामोष नहीं है। यहां पर धरना प्रदर्शन जारी है। ठेकों के विरोध के बाद खोदरी माजरी में नया टोल टैक्स बैरियर लगाने के लिए ग्रामीण सडकों पर उतरे है। आबकारी एवं कराधान विभाग की मुश्किलें अब कम होती नहीं दिखाई दे रही है। वीरवार को खोदरी माजरी में नया बैरियर लगाने के विरोध में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी सिरमौर से भी मिला। ग्रामीणों ने प्रशासन को इस नए टोल टैक्स बैरियर को बंद करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि इस टोल टैक्स बैरियर के स्थापित होने से ग्रामीणों को प्रतिदिन 40 रूप्ये शुल्क अदा करना पड रहा है। वहीं महिलाओं ने सरकार को चेताया है कि यदि ठेको को जल्द बंद नहीं किया गया तो प्रदेश सरकार को इसके परिणाम भी भुगतने होगें ऐसे में विपक्ष को मुद्दा मिलना व सरकार की मुश्किलों बढना भी लाजमी है। बहरहाल, महिलाओं का लगातार प्रदर्शन आबकारी एवं कराधान विभाग के लिए भी किसी बडी चुनौती से कम नहीं है।
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