नई दिल्ली, 06 अगस्त : हॉकी के जादूगर स्वर्गीय मेजर ध्यानचंद को भारत सरकार की ओर से सम्मान मिला है। दरअसल मोदी सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। खेल क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे बड़े अवार्ड राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार रखा गया है।
हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम से अब इस अवार्ड को पुकारा जाएगा। पीएम मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत है। विशेष हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति व ललक दिखाई है वह वर्तमान में आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गई है।
देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि भारत के सर्वोच्च खेल अवार्ड की स्थापना 1991-92 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर हुई थी। ये अवार्ड अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पिछले चार साल की अवधि में खेल क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भारत के खिलाड़ियों को हर साल दिया जाता है। इस अवार्ड के तहत खिलाड़ी को 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि, एक पदक और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है।