बद्दी : अग्निशमन विभाग के फायर अधिकारी शाम 6 बजे के आसपास निजी होटल में इत्मिनान से रिश्वत लेने के लिए बैठे हुए थे। इस दौरान बीयर के घूंट लग चुके थे। रेस्टोरेंट में बाकी ऑर्डर का इंतजार था। लेकिन स्टेट विजीलेंस व एंटी ब्यूरो की टीम आ धमकी। साहब के होश उड़ना लाजमी था। सूत्रों का कहना है कि जनवरी 2020 में रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किए गए फायर अधिकारी देवेन्द्र कुमार को डेढ़ महीने बाद सेवानिवृत होना था। इससे पहले ही नौकरी पर दाग लगवा लिया।
सूत्रों का कहना है कि आरोपी अधिकारी के बद्दी व जुब्बल के धार गांव में छापेमारी के लिए टीम को भी तुरंत ही रवाना कर दिया गया था। उधर अधिकारी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भी भेज दिया गया है। हालांकि पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्वाभाविक तौर पर विजीलेंस की कार्रवाई होटल के सीसी कैमरों में भी कैद हुई होगी। अगर ऐसा हुआ होगा तो विजीलेंस को एक ओर सबूत मिल जाएगा। दरअसल, आरोपी अधिकारी एक एनओसी जारी करने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
जानकारों का यह भी कहना है कि रिश्वत लेने के आरोप में दमकल विभाग का दूसरा अधिकारी काबू किया गया है। औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से क्षेत्र में विजीलेंस की तीखी नजर रहती है।
उधर स्टेट विजीलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो के डीएसपी संतोष शर्मा ने आरोपी अधिकारी को तीन दिन के रिमांड पर भेजे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हरेक पहलू से जांच की जा रही है।
Watch Video https://youtu.be/lfj-tVedmGw