शिमला: कोरोना वायरस पर पूरे देश में ख़ौफ़ फैला हुआ है। इस मुश्किल घड़ी में भी साइबर शातिर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। हिमाचल पुलिस के साइबर सैल ने कोरोना वायरस की आड़ में हो रही ठगी से लोगों को सचेत रहने को कहा है तथा इसे लेकर एडवाईजरी जारी की गई है।
दरअसल साइबर ठगों ने देश कई राज्यों में अपना जाल बिछा दिया है और कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियां देने के नाम आम जनता को अपना शिकार बना रहे हैं। कोरोना वायरस से जुड़ी कई फेक एप्स को इंटरनेट पर वायरल करने के अलावा व्यक्तिगत ई-मेल या मैसेज से लिंक भेज कर यूजर्स तक पहुंचाया जा रहा है। इस प्रकार के एप या लिंक खोलने पर आपके फोन या कंप्यूटर का गोपनीय डाटा चोरी हो जाता है। साइबर अपराधी स्पाईमैक्स, कोरोना लाइव 1.1 जैसे कथित कोरोना वायरस एप लिंक के रूप में मालवेयर फैला रहे हैं। मालवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो मोबाइल व कंप्यूटर का डाटा चुराने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
हिमाचल पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोेगों को कोरोना वायरस को लेकर ऐसे फेक एप व लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी है। एडवाईजरी में कहा गया है कि साइबर अपराधी कोरोना वायरस के नाम पर चैरिटी जुटाने का बहाना बताकर धोखाधड़ी कर रहे हैं तथा लोगों को इनसे सावधान होने की जरूरत है। इसके अलावा साइबर ठग फर्जी बेवसाइट, ई-कामर्स प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया अकाउंड व ईमेल इत्यादि पर कोरोना संक्रमण को रोकने से जुड़े मेडिकल उत्पाद बेचने का झांसा देकर भी ठगी कर रहे है।
इतना ही नहीं अपराध को अंजाम देने वाले शातिर लोगों को फोन कर बता रहे हैं कि उसका रिश्तेदार कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती है और उसे रूपयों की सख्त जरूरत है। इसके साथ ही कारोना महामारी को लेकर अपराधियों द्वारा फेक लिंक ईमेल व सोशल मीडिया के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। जिनसे साइबर ठगी का खतरा है।
प्रदेश पुलिस के साइबर सैल ने कोरोना वायरस के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी के प्रति लोगों को सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा है कि ऐसे संदिग्ध वेब पेज व ईमेल को न तो खोले और न ही इनका उत्तर दें। इसके साथ ही ऑन लाइन कोई भी काम करते हुए अपने ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक खातों के लिए मुश्किल पासवर्ड लगाएं। वहीं अपने सिस्टम व एंटी वायरस को अपडेट करते रहे। इसके अलावा अपने परिवार के लोगों खासकर बच्चों को साइबर अपराध से बचने के बारे में बताएं। किसी भी संस्था को ऑनलाइन चंदा देने से पूर्व उसकी अच्छी तरह पड़ताल कर लें। किसी को भी अपने किसी बैंक, सोशल मीडिया अकाउंट या ईमेल अथवा अन्य किसी अकाउंट की जानकारी शेयर न करें।