शिमला : राजधानी में ऑनलाइन फ्राड के मामले बढ़ रहे हैं। पढ़े लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं। हर महीने यहां औसतन एक दर्जन ऐसे मामले आ रहे हैं, जिसमें लोगों से ऑनलाइन फ्राड हुआ है। ठगी के लगातार बढ़ रहे मामलों ने साइबर पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। ऑनलाइन ठगी के तीन ताजा मामलों में दो युवतियों व एक बुजूर्ग को लाखों का चूना लगा है।
अहम बात यह है कि साइबर पुलिस द्वारा बार-बार जागरूक करने के बावजूद लोग बड़ी आसानी से ठगो के चंगुल में फंस रहे हैं। पहला मामला ढली थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक शातिर ने मशोबरा की एक युवती से फेसबुक पर दोस्ती कर 45 हजार रुपये ठगे हैं। शातिर ने खुद को विदेश में एक मल्टीनेशन कंपनी में कार्यरत बताकर युवती को झांसे में लेकर महंगे गिफ्ट का लालच देकर ठगी को अंजाम दिया। पुलिस को दी शिकायत में युवती ने बताया कि उसकी मुलाकात जिगनेश नाम के युवक से फेसबुक पर हुई। युवक ने खुद को विदेशी बताया और झांसे में फंसा कर 45 हजार हड़प लिए।
दूसरे मामला बालूगंज थाना क्षेत्र का है। यहां भी एक महिला से अनजान शख्स ने 60 हजार रूपये ठग लिए। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे फोन पर काॅल आई थी और उसके बैंक खाते के बारे में जानकारी मांगी गई। इस पर महिला ने बैंक की डिटेल से लेकर ओटीपी भी फोन करने वाले के साथ शेयर कर लिया। इसके बाद उनके खाते से 60 हजार रुपये निकाले गए। महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
तीसरा मामला भी बालूगंज थाना क्षेत्र का है। चक्कर के रहने वाले 68 वर्षीय बालकृष्ण ने पुलिस में तहरीर दी है कि उसके बैंक खाते से किसी व्यक्ति ने 1 लाख 60 हजार रुपये निकाल लिए हैं। पुलिस अब इनके खाते को पूरी तरह से खंगालने के लिए बैंक प्रबंधन से रिकॉर्ड मांगने की तैयारी में है।
एसपी शिमला ओमा पति जंबाल का कहना है कि उनकी कोशिश है कि आनलाइन ठगी से बचने के लिए लोग भी अधिक से अधिक जागरूक हों। किसी भी अज्ञात फोन कॉल पर अपने बैंक खातों, डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जानकारियां सांझा न करें। इसी से अकाउंट सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास कई ऐसे मामले भी आ रहे हैं, जिसमें कई पढ़े लिखे लोग हैं, लेकिन वो अपनी बैंक डिटेल दे देते हैं और ऑनलाइन ठगी हो जाती है।