चंबा (एमबीएम न्यूज) : वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने कहा कि ऐतिहासिक मिंजर मेला सामुदायिक सौहार्द का प्रतीक हैं। ये मेला धन, धान्य और सुख-शांति की कामना के साथ मनाया जाता है। वन मंत्री ने ये बात रविवार को चंबा में मिंजर मेला के उदघाटन अवसर पर अपने संबोधन में कही। वन मंत्री ने कहा कि मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जहां लोगों को पूरे हिमाचल की बहुरंगी लोक संस्कृति के दर्शन होंगे। वहीं, अन्य प्रदेशों व बॉलीवुड़ के पाशर्व गायकों की कला देखने व सुनने का अवसर भी प्राप्त होगा।
वन मंत्री ने कहा कि विभाजन के समय चंबा से पाकिस्तान चले गए मुस्लिम परिवारों द्वारा आज भी रावी के तट पर आज भी मिंजर पर्व को मनाया जाता है। ठाकुर सिंह भरमौरी ने कुंजड़ी मल्हार गायन के बीच में ध्वजारोहण करके मिंजर मेले का विधिवत उदघाटन किया। डीसी चंबा एवं अध्यक्ष मिंजर मेेला आयोजन समिति सुदेश मोख्टा ने वन मंत्री को स्मृति चिंह भेंट करके सम्मानित किया। जबकि नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैय्यर ने वन मंत्री को मिंजर भेंट की।
इस दौरान लक्ष्मीनाथ मंदिर समूह,रघुवीर मंदिर व हरीराय मंदिर में मिंजर भी चढ़ाई गई। वन मंत्री ने इस मौके पर मिंजर मेला खेलकूद प्रतियोगिता का भी उदघाटन किया। इसके अलावा उन्होंने खिलाडिय़ों से परिचय भी प्राप्त किया। ठाकुर सिंह भरमौरी ने बाद में विभिन्न विभागों व निगमों द्वारा स्थापित प्रदर्शनियों का उदघाटन करने के बाद अवलोकन किया। उन्होने कहा कि प्रदर्शनियों के जरिये लोगों को उपयोगी जानकारियां भी मिलेंगी। इस मौके पर एजाज मिर्जा, सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी पवन नैय्यर, डीसी चंबा सुदेश मोख्टा, एडीएम चंबा शुभकरण सिंह, एसडीएम चंबा बचन सिंह आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।