एमबीएम न्यूज/नाहन
लाखों श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक चूड़धार चोटी पर अब तक 10 से 12 फुट बर्फबारी हो चुकी है। हालांकि चोटी पर ब्रह्मचारी कमलानंद जी के अलावा अन्य लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है, लेकिन चोटी के तराई के इलाकों में सुबह से जारी हिमपात के आधार पर यही माना जा रहा है कि चोटी पर बर्फबारी का पैमाना 12 फुट पार कर चुका होगा। चोटी के बेस कैंप नौहराधार में ही सुबह 5 बजे से हिमपात जारी है।
पत्रकार संजीव ठाकुर का कहना है कि नौहराधार से कुछ ऊंचाई पर चूड़धार के रास्ते पर 3 से 4 फीट हिमपात हुआ है। लिहाजा चोटी पर अब तक 10 से 12 फीट बर्फ पड़ चुकी होगी। चूड़धार चोटी पर शुक्रवार को सीजन का छठा हिमपात हो रहा है। संभावना जताई जा रही है कि चोटी पर बिजली गुल होने के कारण मोबाइल नहीं चल रहे। दीगर है कि कुछ वर्षों तक पहले चोटी पर ब्रह्मचारी ही अकेले रहते थे, लेकिन करीब पांच साल पहले भारी हिमपात के बाद कुपवी व सराहं के अलावा पुलबाहल व नौहराधार क्षेत्र के लोगों ने पुजारी व एक-दो सेवकों की तैनाती भी सुनिश्चित करनी शुरू कर दी। करीब 15 साल पहले तक चोटी पर 30 से 40 फीट हिमपात हो जाया करता था।
अहम बात यह भी है कि चोटी पर चाहे जितना भी हिमपात हो, लेकिन प्राचीन शिरगुल महाराज जी के मंदिर में पूजा-अर्चना जारी रहती है। आश्रम से मंदिर तक पहुंचने के लिए बर्फ की गुफा भी बनाई जाती है। पिछले कुछ सालों में कम हिमपात के कारण इस तरह की व्यवस्था की आवश्यकता नहीं पड़ी थी। लेकिन इस साल 22 व 25 जनवरी के हिमपात के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि चोटी पर मौजूद लोगों को सुरंग का निर्माण करना पड़ सकता है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि चोटी पर आश्रम के अलावा सराय इत्यादि पूरी तरह से बर्फ में ढक चुकी हैं।