नाहन (एमबीएम न्यूज ब्यूरो) : लोक निर्माण विभाग के मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार ने चूड़धार चोटी को विकसित करने को लेकर बड़ा सपना दिखाया है। बेशक यह बात सिरे चढ़े या न चढ़े, लेकिन सीपीएस साहब ने कहा है कि उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चूड़धार को अमरनाथ धाम की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार करने की बात कही है।
अहम बात यह है कि चोटी पर पानी का संकट है। इस कारण श्रद्धालुओं को दैनिक कार्यों की निवृति में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब सपना अमरनाथ धाम की तरह विकास का दिखाया गया है। संशय इस बात पर भी है कि इस बयान को मूर्त रूप दिया जाएगा या फिर महज समाचारपत्रों की सुर्खियां हासिल करने के लिए इस तरह की बयानबाजी की गई है।
हाल ही में सीपीएस ने श्री रेणुका जी के जमदग्रि टिब्बे को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित करने की बात कही थी। स्थिति यह है कि मौजूदा कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने वाले हैं। अब सीपीएस द्वारा इस तरह के बड़े सपने दिखाए जाने पर लोगों को संशय भी है।
अलबत्ता जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की बैठक में सीपीएस ने वन्यप्राणी व पर्यटन विभाग को निर्देश देने की बात भी कही है। इसके तहत नौहराधार से चूड़धार तक 18 किलोमीटर लंबे मार्ग के सुधार व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वर्षा शालिकाओं के निर्माण की परियोजना रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
चूड़धार चोटी पर शिरगुल देवता महाराज का प्राचीन मंंदिर है। जबकि शिरगुल देवता की जन्मस्थली राजगढ़ के समीप शाया में है। देवता के प्रति शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों के अलावा उत्तराखंड के लाखों श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है। हर साल चोटी पर एक लाख से अधिक लोग चढ़ाई करते हैं।