सोलन (एमबीएम न्यूज) : राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेन्द्र राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के नूरपुर में शीघ्र ही राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) की कम्पनी स्थापित की जाएगी ताकि किसी भी आपदा के समय प्रदेश में बचाव एवं प्रबन्धन कार्य शीघ्रता के साथ आरम्भ किया जा सके। राणा आज सोलन ज़िले के बद्दी में बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में आपदा प्रबन्धन के विषय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
राजेन्द्र राणा ने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है। इस समूचे क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ मानव जनित आपदाओं से निपटने की समूची तैयार की जानी आवश्यक है। उन्होंने उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ को निर्देश दिए कि वे इस औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों में प्रयोग में लाए जा रहे रसायनों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में रसायनों के कारण होनेे वाली आपदा अनिष्टकारी सिद्ध हो सकती है। इस संबंध में जानकारी मिलने पर आपदा प्रबन्धन एवं बचाव के लिए आवश्यक उपकरण क्रय किए जा सकते हैं।
राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कहा कि आपदा प्रबन्धन एवं बचाव में जल की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि जल के प्राकृतिक स्रातों के संरक्षण के लिए ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल स्रोतों की सभी को जानकारी होनी चाहिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर न्यूनतम समय में इनका उपयोग किया जा सके।
उन्होंने कहा कि समूचा हिमाचल भूकम्प जोन-4 एवं जोन-5 में आता है। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत यह आवश्यक है कि प्रदेश एवं बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में भूकम्परोधी भवन निर्मित किए जाएं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन में क्षेत्र के उद्योगपतियों को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी सम्बद्ध विभागों को निर्देश दिए कि आपदा से बचाव के लिए समय पूर्व तैयारी एवं प्रबन्धन आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि ज़िला एवं उपमण्डल स्तर पर विभिन्न आपदा प्रबन्धन केन्द्रों एवं सदस्यों के दूरभाष नम्बरों की जानकारी आम आदमी तक पहुंचाई जानी चाहिए।
राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक एवं अन्य आपदाओं से बचाव की दिशा में कारगर प्रयास कर रही है। प्रदेश के साथ-साथ सभी ज़िलों में ज़िला स्तरीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण गठित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता एवं तैयारी किसी भी आपदा के नुकसान को कम करने का श्रेष्ठ साधन है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक उपकरण कार्यालय स्तर पर उपलब्ध करवाएं।
उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ हरिकेश मीणा, तहसीलदार बद्दी डीआर भाटिया, खण्ड विकास अधिकारी एचसी शर्मा, नगर योजनाकार गणेश लाल, पुलिस उप अधीक्षक नालागढ़ डाॅ. साहिल अरोड़ा, बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ उद्योग संघ के वाईएस गुलेरिया एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा औद्योगिक संघ के प्रतिनिधि इस असवर पर उपस्थित थे।