मंडी (वी. कुमार): हिमाचल प्रदेश तहसील कल्याण अधिकारी जो वर्तमान में क्लास टू नान गजेटिड हैं, के अब जल्दी ही गजेटिड (राजपत्रित) बन जाने के आसार बन गए हैं। इससे प्रदेश भर में कार्यरत लगभग 7 दर्जन तहसील कल्याण अधिकारियों में खुशी की लहर है।
इसका खुलासा करते हुए हिमाचल प्रदेश तहसील कल्याण अधिकारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष लेख राज वैद्य, संरक्षक समीर, उपाध्यक्ष कृष्ण लाल शर्मा व गिरधारी लाल, महासचिव उर्मिल पटयाल व संगठन सचिव पृथ्वी सिंह ठाकुर ने बताया कि तहसील कल्याण अधिकारी सरकार से यह मांग करते आ रहे थे कि उन्हें राजपत्रित दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि संघ की नवगठित कार्यकारिणी ने इस मामले को मजबूती के साथ सरकार से उठाया और अब निदेशालय से इसका प्रस्ताव सरकार के अनुमोदन के लिए चला गया है जहां पर विभिन्न स्तर पर औपचाकिताओं के बाद इन अधिकारियों को राजपत्रित का दर्जा मिलने की उम्मीद बन गई है।
इस बारे में संघ ने सचिव सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग अनुराधा ठाकुर व निदेशक अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा व अल्पसंख्यक मामले हिमाचल प्रदेश संदीप भटनागर का आभार जताया है कि उन्होंने इस प्रस्ताव पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई शुरू कर दी। संघ ने इस पर भी खुशी जाहिर की है व सरकार का आभार जताया है कि अनुबंध पर चल रहे तहसील कल्याण अधिकारी जो पांच साल पूरे कर चुके थे को सरकार ने नियमित कर दिया। संघ ने यह भी मांग की है कि प्रदेश की अधिकतर तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालयों में क्लर्क के पद खाली पड़े हैं, जिससे काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। संघ ने कहा कि पद रिक्त होने से काम का बोझ लगातार बढ़ रहा है और लोगों को भी परेशानी हो रही है।