दिल्ली, 25 जुलाई : राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। वहीं द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर आदिवासी समाज में खुशी का माहौल है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज संसद भवन के सेंट्रल हॉल में देश सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ग्रहण ली। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।
वहीं द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद संबोधन में कहा….
जोहार ! नमस्कार !
भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है।
मैं भारत के समस्त नागरिकों की आशा-आकांक्षा और अधिकारों की प्रतीक इस पवित्र संसद से सभी देशवासियों का पूरी विनम्रता से अभिनंदन करती हूँ।
आपकी आत्मीयता, आपका विश्वास और आपका सहयोग, मेरे लिए इस नए दायित्व को निभाने में मेरी बहुत बड़ी ताकत होंगे।