सराहां : पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने पच्छाद के नैनाटिककर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वो सिरमौर वासियों को याद दिलाने आये है कि 25 जनवरी 1973 को जब सरकार ने उनसे शामलात जमीन छीनकर अपने नाम कर ली थी। तो उस जमीन को सिरमौर के किसानों को उनकी सरकार ने ही वापिस किया था। सिरमौर को पहला पॉलिटेक्निक, सराहां व संगड़ाह कॉलेज, आईआरबी धौलाकुआं, एसडीएम कार्यालय संगड़ाह आदि ऐसे कार्य है, जो भाजपा की देन है।
धूमल ने कहा कि 1998 की भाजपा सरकार में सिरमौर से कोई भी विधायक नहीं था। 2003 में पहली बार पांवटा साहिब से सुखराम चौधरी जीत कर आए। 2009 में सिरमौर की जनता ने विरेंद्र कश्यप को लोकसभा के चुनाव में भारी लीड दी। उसके बाद 2017 में जिला सिरमौर से तीन विधायक भाजपा को दिए। धूमल ने कहा कि 2014 में कांग्रेस के एक नेता ने सिरमौर के लोगों को बिकाऊ भी कहा था। लेकिन उन्होंने कहा था कि लोग बिकाऊ नहीं टिकाऊ हैं। धूमल ने कहा कि पूरी दुनिया भारत की ताकत का लोहा मान रही है।
डॉ. वाईएस परमार का जिक्र करते कहा कि प्रदेश निर्माता के गृह क्षेत्र को सडक़ पक्की करने का कार्य भाजपा के कार्यकाल में हुआ। भाजपा सरकार ने ही डॉ. यशवंत गुरुकुल योजना शुरू की थी। इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए पच्छाद चुनाव प्रभारी सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने शांता कुमार को पानी वाला मुख्यमंत्री व प्रेम कुमार धूमल को सडक़ों की क्रांति वाला मुख्यमंत्री बताया। साथ ही महेंद्र सिंह ठाकुर ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आज वह क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर देख रहे हैं। क्षेत्र में पानी की समस्या ने विकराल रूप धारण किया हुआ है। धूमल कि कमल खिलना शुरु हुआ है, तो कमल खिलता ही रहेगा।