सोलन (एमबीएम न्यूज): नालागढ़ के इलाके में प्रदूषण व पर्यावरण को लेकर प्रशासन निष्क्रिय रहा। युवा पत्रकार विजय सिंह राजपूत बार-बार ठोस कदम उठाने का आग्रह करते रहे। यहां तक की जनहित याचिकाएं भी दाखिल की। नतीजा सिफर रहा। लिहाजा नालागढ़ से अर्की तक का सफर इस कारण तय किया ताकि वीरभद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सके।
करीब तीन साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में एमबी व एलएलबी कर चुके विजय सक्रिय रहे। नालागढ़ तहसील कार्यालय में भी कार्य करते हैं। विजय सिंह राजपूत का कहना है कि प्रदूषण के खिलाफ एक मुहिम बीपीएल उद्योग के खिलाफ छेड़ी हुई है। कुछ कामयाबी हासिल हुई। उनका कहना है कि चुनाव का नतीजा कुछ भी हो, लेकिन 6 बार सूबे के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उनके पैतृक इलाके से जुड़ी समस्याओं का पता बखूबी चल जाएगा।
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे विजय सिंह राजपूत ने यह भी कहा कि सरकारों को विकास का कार्य करना चाहिए, भेदभाव नहीं करना चाहिए। सनद रहे कि विजय सिंह राजपूत नालागढ़ के अंगूर गांव के मध्यम परिवार से ताल्लुक रखते हैं।