मंडी: शिक्षा उत्थान समिति आने वाले समय में स्कूली बच्चों की करियर कांउसलिंग भी करेगी। इसके लिए स्कूलों में करियर कांउसलिंग सेशन आयेाजित किए जाएंगे। इनमें बच्चों को आगे की पढ़ाई और करियर को लेकर उपयुक्त मार्ग दर्शन दिया जाएगा। इसे लेकर अध्यापकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह निर्णय आज मंडी शिक्षा उत्थान समिति की बैठक में लिया गया। वहीं इस बैठक में गवर्निंग बाॅडी का भी गठन किया गया। बैठक की अध्यक्षा डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने की।
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि समिति की गतिविधियों को और बेहतर तरीके से कार्यान्वित करने के लिए गवर्निंग बाॅडी का गठन किया गया। इसके जरिए समिति के कामकाज को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जा सकेगा। गवर्निंग बाॅडी हर महीने बैठक करेगी। उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित इस गवर्निंग बाॅडी में सरकारी सदस्य के तौर पर अतिरिक्त उपायुक्त, उपनिदेशक उच्च शिक्षा, क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी, सहायक रजिस्टार काॅपरेटिव सोसायटी व रैडक्राॅस सोसायटी के सचिव शामिल किए गए हैं।
गैर सरकारी सदस्य के तौर पर समिति के संस्थापक सदस्य राजा सिंह मल्होत्रा, मातुल मल्होत्रा, सुधांशू कपूर के अलावा खत्री सभा, आर्य समाज, गुरु गोविंद सभा के प्रधान शामिल रहेंगे। उपायुक्त ने सभी एसडीएम को कहा कि जिला स्तर पर गठित मंडी शिक्षा उत्थान समिति की तर्ज पर संबंधित उपमंडल में, जहां अभी शिक्षा समितियों का गठन नहीं हुआ है। वहां जल्द इनका गठन करें। जिससे जरूरतमंद बच्चों की सहायता के मामलों में उपमंडलस्तर पर मदद की जा सके और धन की कमी के कारण कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
डीसी मंडी ने बताया कि बीते तीन महीनों में 73 जरूरतमंद बच्चों की मदद के मामले समिति के पास आए हैं। इस अवधि में समाज के अलग-अलग तबकों से दान के रूप में 6.40 लाख रुपए एकत्रित किए गए हैं। बता दें कि आर्थिक तंगी और विषम पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कुछ बच्चे पढ़ने की इच्छा रखने के बावजूद उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते। ऐसे बच्चों की मदद करने के उद्देश्य से सितंबर 2015 में उत्थान समिति का गठन किया गया था। यह आम जनता की पहल थी। जिसमें फिर जिला प्रशासन जुड़ा और इसे व्यापक अभियान की सूरत दी।