भुंतर: हाथीथान में एक बुजुर्ग परेशानी की हालत में कई दिनों से यहां घूमता नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों के पूछे जाने पर यह अपने आप को उड़ीसा का रहने वाला बताता है। बुजुर्ग यह भी बता रहा है कि उसे दो-तीन आदमी यहां छोड़ कर चले गए हैं। यह अपने परिवार के बारे में पूरी जानकारी नहीं दे पा रहा है, लेकिन उड़ीसा के गुंजम का रहने वाला बताते हैं। बुजुर्ग यहां खुले आसमान के नीचे राते गुजारने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग इन्हें खाना दे रहे हैं। अब लॉकडाउन के चलते इन्हें और भी मुसीबत हो गई है कि अब कैसे अपने घर उड़ीसा जाए।
पीड़ित बुजुर्ग के बारे में भारतीय मानव अधिकार परिषद नार्थजोन के अध्यक्ष पीडी आजाद ने डीसी कुल्लू, एसडीएम व एसपी को अवगत करवा दिया है। उन्होंने प्रशासन से बुजुर्ग की हरसंभव सहायता करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि बुजुर्ग उम्र के इस पड़ाव में अपने राज्य से हजारों किलोमीटर दूर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। इस बुजुर्ग की हकीकत जानने की कोशिश करें और पता लगाया जाए कि इन्हें यहां कौन छोड़ गया है। जब तक लॉकडाउन है प्रशासन इनकी देखरेख का जिम्मा उठाए।
पीडी आजाद ने कहा कि एक अप्रैल को प्रशासन को अवगत करवा दिया है। भुंतर थाना को भी सूचित कर दिया लेकिन अभी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। एक बुजुर्ग अनजान जगह अकेला घूम रहा है। अगर इनको कुछ हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इस पीड़ित बुजुर्ग का इंसानियत के नाते मैडिकल कर किसी सुरक्षित स्थान पर रखें। देश में सामान्य स्थिति होने पर उसे घर छोड़ने का इंतजाम करें।