भुंतर : जमात में दिल्ली गए जिला के जिया से सद्दाम हुसैन भी शामिल है। जैसे ही मंगलवार को इस बात का पता चला तो कुल्लू सहित समूचे हिमाचल में हड़कंप मच गया। प्रदेश भर से जमात में गए लोगों की लिस्ट प्रकाशित की गई, उसमें 14 मुस्लिम समुदाय के लोग चंबा के हैं और एक कुल्लू के जिया का है। देश की राजधानी दिल्ली में हज़रत निजामुदीन मरकज की तबलिगी जमात में हिस्सा लेने वाले 1830 लोग थे। जानकारी के मुताबिक इसमें से 15 हिमाचलियों के भी दिल्ली में टैस्ट करवाए जा रहे हैं। इसमें जिया पंचायत का सद्दाम हुसैन भी शामिल है।
चिंता इस बात की भी है कि हजरत निजामुदीन मरकज से कुछ लोग वापिस प्रदेश न लौट आए हों। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि देवभूमि में लौटे लोगों को पहले से ही निगरानी पर रखा हुआ है। उन्होंने फिलहाल दिल्ली से कोई भी ऐसी जानकारी मिलने से इंकार किया कि वहां 15 हिमाचलियों की सैंपलिंग की जा रही है। मरकज में रह रहे लोगों को बीती रात ही निकाला गया है। इस कार्यक्रम में 281 अन्य देशों के लोग भी थे। सबसे अधिक तमिलनाडू के 501 लोग इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन 18 मार्च को किया गया था। चूंकि लॉकडाउन से पहले ही आयोजन हुआ, लिहाजा केंद्र सरकार के भी होश उड़े हुए हैं।
18 मार्च के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर कोई हिमाचल न लौटा हो। बताया जा रहा है कि कुछ राज्यों में इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटने वालों की मौत भी हो चुकी है। राष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक मरकज में इतना बड़ा खतरा पैदा किया गया है कि इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन से पहले करीब 1200 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जमात के लिए निकल गए थे। दीगर है कि दिल्ली के इस इलाके को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सील कर दिया है। तबलीग जमात में जिया के सद्दाम हुसैन कुल्लू में नहीं है। अभी भी वह दिल्ली में है। कुल्लू पुलिस उसकी कड़ी निगरानी कर रही है। उसके घर की भी जांच की गई है। उसे कुल्लू में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।