हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : खुला शौचमुक्त के साथ-साथ स्वच्छता के दावे पर सवाल खड़े हो गए है। सरकार संपूर्ण स्वच्छता पर ईनाम पर ईनाम हासिल कर रही है। लेकिन कुछ कर्मचारियों की बदौलत ऐसे ईनाम पर सवाल भी खड़े हो रहे है। हमीरपुर की नन्हीं खिलाड़ी स्कूली खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहुंची। यहां पर शौचालयों में पसरी गंदगी के चलते नन्हीं खिलाड़ी तीन दिन शौच नहीं गई। चौथे दिन घर पहुंची छात्रा बिमार हो गई। जिसका उपचार अभिभावकों ने अस्पताल में करवाया। अभिभावकों को जब छात्रा ने आप बीती सुनाई तो शिक्षा विभाग की साफ सफाई की व्यवस्था की पोल खुल गई। अब इस मामले पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग हिमाचल प्रदेश ने शिकायत मिलते ही जांच बिठा दी है। इस जांच का जिम्मा शिक्षा विभाग के साथ-साथ चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपा गया है। दोनो कमेटियां अपनी-अपनी रिपोर्ट तैयार कर आयोग को भेजेंगी। इस रिपोर्ट के तालमेल के बाद आयोग अपना निर्णय लेगा।
मामला शिक्षा विभाग की प्राथमिक पाठशाला पठयालू से जुड़ा है। 28 सिंतबर से 7 अक्टूबर तक स्कूली खेलों का आयोजन किया गया। इस स्कूल की पाचंवी कक्षा की छात्रा अन्य सहपाठियों के साथ खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सुजानपुर पहुंची। तो वहां पर शौचालयों की बत्तर हालत उससे नहीं सही गई। लड़की के पिता राकेश कुमार द्वारा सौंपी गई शिकायत में कहा गया है कि इस खेल प्रतियोगिता के आयोजकों ने सूखी ब्रेड भी खिलाई। वहीं नंगे फर्श पर विद्यार्थियों को लिटाया गया। यहीं नहीं इस शिकायत पत्र में कहा गया है कि शौचालय व स्नानाघर की सुविधा बच्चों की संख्या के हिसाब से ना के बराबर थी। गंदगी के लबालब भरे शौचालयों को देखकर ना तो शिकायत कर्ता की बेटी शौच के लिए गई और न हीं उसकी सहेलियां जा सकी।
यहीं नहीं नहाने के लिए आदेश हुआ कि जिससे नहाना हो वह सुबह जल्दी उठकर स्कूल के बाहर लगे हैंडपंप के पानी से नहा सकती है। हिमाचल का यह कड़वा सच पाचंवी कक्षा की छात्रा व उसकी सहेलियों ने अपने अभिभावकों से बयान किया है। अभिभावकों ने यह शिकायत हि.प्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग से की है। वहीं आयोग ने भी इसमें जांच बिठा दी है। आयोग का कहना है कि मामला अतिगंभीर है। सभी सरकारी स्कूलों को खेल प्रतियोगिताओं के लिए बजट का प्रावधान है। यहां पर अव्यवस्था का कारण क्या रहा उससे पर्दा उठाया जाएगा।
वहीं इस बारे चेयरमैन , हि.प्र बाल अधिकार सरंक्षण आयोग किरण डांटा ने कहा कि आयोग के पास शिकायत आई है। शौचालय गंदे होने के चलते खिलाड़ी छात्रा तीन दिन तक शौच नहीं जा सकी। लिहाजा वह बिमार हो गई। इस मामले पर जांच बिठाई गई है। शिक्षा विभाग के साथ साथ बाल कल्याण कमेटी इसकी जांच रिपोर्ट तैयार करेगी। रिपोर्ट मेल नहीं खाई तो आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उप निदेशक प्राईमरी आर सी कटोच का कहना है कि स्कूली खेल प्रतियोगिता के दौरान शौचालय गंदे होने की उन्हें सूचना नहीं है। लेकिन आयोग से ऐसे मामले की जांच के निर्देश मिले है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।