मंडी (वी.कुमार) : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा अपने ही एक कैबिनेट सहयोगी से नाखुश नजर आ रहे हैं। उनके यह कैबिनेट सहयोगी मंडी जिला से ही संबंध रखते हैं। इस बात को खुद अनिल शर्मा ने स्वीकार किया है। सोमवार को सदर ब्लाक कांग्रेस कमेटी की बैठक देवधार में रखी गई थी जिसमें कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बैठक के दौरान उन्होंने अपनी ही सरकार के एक कैबिनेट मंत्री द्वारा सहयोग न मिलने को लेकर रोष जाहिर किया। अनिल शर्मा का कहना है कि जब वह अपने सहयोगी कैबिनेट मंत्री के विभाग से संबंधित कोई मांग रखते हैं तो मंत्री महोदय का उन्हें कोई सहयोग नहीं मिलता जबकि वह अपने विभागों से संबंधित मांगों पर उक्त कैबिनेट मंत्री को पूरा सहयोग देते हैं। उन्होंने कहा कि विकास मंत्रियों के आपसी सहयोग और तालमेल से ही होता है।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व यह बात काफी चर्चा की विषय बनी थी कि शिमला में कैबिनेट की बैठक के दौरान दो मंत्री आपस में ही उलझ गए। अनिल शर्मा ने हालांकि दूसरे मंत्री का नाम तो नहीं लिया लेकिन इतना जरूर कहा कि मंत्रियों को आपसी तालमेल के साथ काम करना चाहिए।
वहीं अनिल शर्मा ने सदर ब्लाक कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वह घर-घर जाकर पार्टी और सरकार की नीतियों का प्रचार प्रसार करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में अभूतपूर्व विकास के कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने जो मांगा मुख्यमंत्री ने दिल खोल कर उस मांग को पूरा किया है। अब कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर इन नीतियों का प्रचार करने की आवश्यक्ता है।