हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : शुक्रवार को नादौन अस्पताल में इलाज के दौरान हुई युवक की मौत का मामला उलझ गया है। मृतक के परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत करने का निर्णय लिया है। मृतक विजय पुत्र देसराज निवासी गांव डोडणु पंचायत मझियार के परिजनों ने दावा किया है कि उन्हें समय पर सूचित नहीं किया गया। देसराज ने बताया कि उनका बेटा बुधवार सुबह से गायब था तथा रात को घर नहीं पहुंचा था। परंतु उन्होंने सोचा कि शायद कहीं रूक गया होगा।
विजय के बड़े भाई सोनू ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करता है तथा उसके पिता नैहरियां में एक ढाबे पर काम करते हैं। उसने बताया कि उसके भाई की मौत के बाद उन्हें सूचना मिली। वह अन्य लोगों के सहयोग से अस्पताल से भाई के शव को घर ले आए। जहां उन्होंने शुक्रवार सांय उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
गांव के उप-प्रधान राजीव ने भी घायल विजय के बारे में कोई भी सूचना न मिलने का दावा किया है। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि 2 दिनों तक मरीज के उपचार किया जाता रहा परंतु वह किसी को भी निकट नहीं आने दे रहा था। उन्होंने बताया कि उसके हाथ में ग्लूकोज लगाया गया था परंतु वह उसे बार-बार निकाल दे रहा था। वहीं अस्पताल की ओर से उसे कंबल आदि दिए गए थे। उन्होंने बताया कि मरीज के उग्र व्यवहार व कंपकपी के कारण कुछ लोगों ने उसे धूप में लिटाया था, जहां दिन में अस्पताल के डाक्टर उसका उपचार करते रहे। यहां तक की रात के 8 बजे भी मरीज का एक बार फिर उपचार किया गया था।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दो दिनों तक मरीज का कोई भी तामीरदार साथ न होने के कारण दिक्कत पेश आ रही थी। गौर हो कि विजय कुमार को वीरवार सुबह भडोली गांव में एनएच किनारे नशे में धुत होकर पड़ा हुआ देखा गया था, जिसे सूचना मिलने पर 108 एम्बूलैंस में करीब 7 बजे सुबह नग्र अवस्था में नादौन अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां जब उसे ग्लूकोज लगाया गया तो वह इतना उग्र हो गया कि उसने गाली-गलोच करना आरंभ कर दिया और किसी भी सूरत में वह अपना उपचार नहीं करने दे रहा थ ।
जब भी उसे कपडे पहनाने या कंबल ओढाने का प्रयास किया जाता तो वह अपने ऊपर से सब कुछ हटा दे रहा था। दिन भर वह यही हरकतें करता रहा। उसे धूप में लेटाने के बाद उसे साथ लगते निर्माणाधीन अस्पताल भवन के एक कमरे में लिटाया गया था। स्थानीय दुकानदारों व रोगियों के साथ आए तामीरदारों ने भी युवक को पानी पिलाने या भोजन खिलाने का पूरा प्रयास किया। परंतु शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे उसने दम तोड़ दिया।
पता चला है कि उक्त युवक क्षेत्र में कई छोटी-मोटी चोरी की घटनाओं में संलिप्त था परंतु परिजनों ने बताया कि गत ३ वर्षों से उसके विरूद्व ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है ।
घटना के संबंध में बीएमओ नादौन डॉ. अशोक कौशल ने बताया कि मरीज को पूरा उपचार दिया जाता रहा परंतु उसके बार-बार उग्र हो जाने तथा परिजनों के साथ न होने से समस्या पेश आ रही थी ।
डा. बीएस राणा ने बताया कि अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद मरीज को सीटी स्कैन के लिए रैफर कर दिया गया था जिसकी सूचना पुलिस को भी दे दी गई थी । उन्होंने बताया कि मरीज नशे की हालत में था तथा रात को भी उन्होंने स्वयं उपचार करके उसकी सूचना एक बार फिर पुलिस को दे दी थी।
थाना प्रभारी सतीश शर्मा ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है ।