मंडी (वी कुमार) : जब भी कहीं कोई होता है तो उस वक्त अधिकारी सिर्फ आदेश देने या फिर राहत पहुंचने तक का ही इंतजार नहीं करेंगे बल्कि खुद घायलों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का कार्य करेंगे। इस बारे में अधिकारियों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया गया है। मंडी में राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा की तरफ से अधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अधिकारियों को फर्स्ट मेडिकल रिस्पांडर के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में अधिकारियों से सारा कार्य प्रैक्टिकल तौर पर करवाया गया। प्रशिक्षण लेने वाले अधिकारियों में मंडी जिला के सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी शामिल रहे। कार्यशाला में एडीसी मंडी पीसी अकेला भी विशेष रूप से मौजूद रहे। राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा की तरफ से आए प्रशिक्षकों ने सभी अधिकारियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी।
अधिकारियों को बताया गया कि हादसे के वक्त किस प्रकार से उन्होंने घायलों की मदद करनी है और यदि कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है तो उसे किस प्रकार से प्राथमिक उपचार देना है, ताकि उसकी जान बचाई जा सके। डीडीएमए के ट्रेनिंग को-आर्डिनेटर हितेश कुमार ने बताया कि हादसे के दौरान घायलों को तुरंत राहत देने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन करके बाकी अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस मौके पर राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा के जोनल इंचार्ज मुस्ताक अहमद भी मौजूद रहे।
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