नाहन – रेसलिंग वर्ल्ड में विश्व भर में नाम रोशन कर चुके द ग्रेट ख्ली को भारत में रेसलिंग लाचिंग का बैनर मिल गया है। डब्लयूडब्लयूई की तर्ज पर खली की रेसलिंग कंपनी कॉन्टीनेंटल रेसलिंग एंटरटेनमेंट होगी। इसके तहत पहले द ग्रेट खली रेसलिंग ट्रेनिंग सैंटर जालधंर में रेसलर तैयार करने की योजना है। इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में रेसलिंग शो होगें। शोज के लिए जरूरत के मुताबिक विदेश खासकर यूएसए में भी रेसलर्स आयात किए जा सकते है। इसके लिए खली ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। खली अपनी इस योजना को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश में है क्योंकि मार्च माह में खली को आस्ट्रेलिया टूर पर भी जाना है। अंतरराष्ट्रीय मापदंडो के तहत खली पहले अपने ट्रेनिंग सैंटर में शुल्क भी रखना चाहते थे, लेकिन अब खली ने फैसला किया है कि प्रतिभाशाली भारतीय रेसलर्स को बेहद मामूली दर पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। ताकि आर्थिक रूप से कमजोर रेसलर इस अवसर से न चूक जाएं। प्रथम चरण में खली ट्रेनिंग सैंटर में 20 से 30 रेसलर्स को दाखिला देने के इच्छुक है। देश के अलग-अलग हिस्सों से खली को करीब 10 रेसलर मिल चुके है, जिन्हें यूएसए से आए कोच द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। उतराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खली को देहरादून से रेसलिंग लांच करने का न्यौता दिया हुआ है। इसके लिए बकायदा उतराखंड सरकार द्वारा स्टेडियम उपलब्ध करवाने का आश्वासन भी दिया गया। 2018 के नेशनल गेम्ज देहरादून में आयोजित होने है। लिहाजा उतराखंड सरकार चाहती है कि नेशनल गेम्ज को रेसलिंग के शो मैच से प्रेात्साहित किया जाए। इसके जवाब में खली ने उतराखंड सरकार को कहा था कि रेसलर्स के प्रशिक्षित होने के बाद ही शो मैच आयोजित हो सकता है। सनद रहे कि इस मसले पर उतराखंड के सीएम व खली की संयुक्त पत्रकारवार्ता भी की थी। द ग्रेट खली ने कहा कि जब वह यूएसए गए थे तो ट्रेनिंग के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पडा था। लिहाजा वह चाहते है कि जो युवक इस क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते है, उन्हें उन परेशानियों का सामना न करना पडें, जो वह कर चुके है। उल्लेखनीय यह भी है कि देश के तीन रेसलर्स को डब्लयूडब्लयूई में प्रवेश दिलवा दिया है, जो मार्च के महीने में अमेरिका रवाना होगें। द ग्रेट खली का मानना है कि इंडिया के साथ-साथ रेसलिंग की संभावना श्रीलंका, पाकिस्तान, बंग्लादेश, नेपाल व भूटान में भी है। लेकिन अब तक इन देशो में रेसलिंग कंपनियों ने अधिक ध्यान नहीं दिया है। खली का कहना है कि रेसलर्स ट्रेनिंग लेने के बाद इन देशो का रूख भी कर सकते है। रेसलर ने कहा कि अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो वह चाहते है कि एक माह के भीतर देश में अलग-अलग हिस्सों में 8 से 15 शो होगें।
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