नाहन : शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद वीरेन्द्र कश्यप ने अनाडेल मैदान के मामले में सैन्य अधिकारियांे को संयम बरतकर बयानबाजी की सलाह दी है। पिछले कुछ दिनों से अनाडेल मैदान को लेकर हिमाचल की भाजपा सरकार व सेना के बीच टकराव पैदा हो गया है जिसके चलते यह मसला प्रदेश की मीडिया में सुर्खिया बना हुआ है । नाहन पहुंचे सांसद ने पत्रकारों से बातचीत में सेना की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल उठाए। साथ ही अनाडेल मैदान पर हिमाचल का कानूनी हक होने का दावा भी किया। सांसद की पत्रकार वार्ता केवल इसी मुद्दे पर केन्द्रित रही। सांसद ने दावा किया कि अनाडेल मैदान को लेकर सेना की लीज 30 साल पहले ही खत्म हो चुकी है बावजूद इसके सेना मैदान पर कब्जा जमाए बैठी है। सांसद का कहना था कि इस मैदान का इस्तेमाल खेलों को प्रोत्साहित होने के लिए होना चाहिए। सांसद ने कहा कि वे इस मसले को रक्षा मंत्री के अलावा संसद में भी उठाऐगें। अनाडेल मैदान को लेकर सेना के अधिकारियों द्वारा सरकार पर भूमाफिया को संरक्षण को लेकर बयानबाजी से यह मुद्दा गर्मा चुका है। मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर गलत बयानबाजी करने पर सेना के अधिकारियांे के खिलाफ अवमानना की याचिका दाखिल करने की बात भी कर चुके है। उन्होनें कहा कि लोकसभा में इस मुद्दे को लगातार उठाया जा रहा है जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री जब हमीरपुर से सांसद थे तथा हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने भी इस मुद्दे को संसद मंे उठाकर इसे खेल के लिए प्रयोग मे लाने को उचित ठहराया है। सांसद ने कहा कि गत दिनों इस मैदान को मुक्त करवाने की एक सकारात्मक पहल कुछ युवाओं द्वारा की गई है जिसमें लगभग एक लाख से अधिक हस्ताक्षर करवाकर सांसद अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में हजारों युवाओं ने शिमला के रिज मैदान से ओक-ओवर जोकि मुख्यमंत्री निवास है तक एक जोरदार जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री से मांग की गई थी कि इस मैदान को खेल परिसर व स्टेडियम बनाया जाये जोकि बिल्कुल उचित है। सांसद का कहना है कि आज कुछ शरारती तत्व व खेल विरोधी लोग इसका विरोध् कर रहे है जोकि बहुत ही गलत है। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी इसका विरोध किया है तथा कुछ वामपंथी विचारधारा से संबधित लोगों ने इसके विरोध मंे हस्ताक्षर अभियान चलाने की बात कही है जोकि राजनीति से प्रेरित है क्योंकि इस प्रकार के तत्व इस पर राजनीति की रोटियां सेकना चाहते है ताकि आगामी शिमला नगर निगम के चुनावों में लोगों तक जाने का मौका मिल सकंे।
Previous Articleसिरमौर/सोलन में हिमाचल दिवस की धूम
Next Article सोलन मंे कांग्रेस का भाजपा पर हल्ला बोल