मंडी, 16 नवंबर : उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल के धंस जाने से उसमें फंसे 40 लोगों को पांच दिन बीत जाने के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है। फंसे हुए लोगों में मंडी के बल्ह उपमंडल के बंगोट गांव का विशाल भी शामिल है। घर पर माता उर्मिला का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी परिजन विशाल की सलामती की दुआ मांग रहे हैं। घर पर रिश्तेदारों के आने का सिलसिला जारी है और सभी यही कामना कर रहे हैं कि विशाल सुरक्षित बाहर निकल आए।
पांच दिन बीत जाने के बाद भी लोगों को बाहर न निकाले जाने को लेकर परिजनों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विशाल के परिजनों ने सरकार से मांग उठाई है कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए और अंदर फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए।

विशाल के मामा परमदेव ने बताया कि उत्तरकाशी में विशाल का बड़ा भाई योगेश और पिता धर्म सिंह घटनास्थल पर मौजूद हैं। उनसे बात करके वहां की जानकारी ली जा रही है। लेकिन वहां पर भी लोगों को राहत कार्यों की ज्यादा जानकारी नहीं मिल रही है, इस कारण परिवार की चिंता और ज्यादा बढ़ रही है। एक बार विशाल से बात हुई थी जिसमें उसने सुरक्षित होने की बात कही थी।
दोनों भाई एक ही प्रोजेक्ट में कर रहे हैं काम
विशाल और उसका बड़ा भाई योगेश इसी प्रोजेक्ट में एक साथ काम कर रहे हैं। दोनों ही भाई यहां पर मशीन आप्रेटर हैं। विशाल दीपावली से पहले घर आया था और छुट्टी काटकर वापिस काम पर लौटा था। वहीं, योगेश दीपावली के दौरान घर आया हुआ था। जैसे ही योगेश को इस हादसे की सूचना मिली तो वह तुरंत अपने पिता के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गया। तब से लेकर अब तक दोनों ही वहां पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। दोनों की विशाल से लगातार बातचीत हो रही है।