शिमला, 10 सितंबर : जुन्गा तहसील में कार्यरत सभी स्वास्थ्य संस्थान स्टाॅफ की कमी और मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहेे हैं। जिसके चलते इस क्षेत्र के लोगों को इलाज हेतू शिमला अथवा सोलन का रूख करना पड़ रहा है। भाजपा संगठनात्मक जिला शिमला के अध्यक्ष प्रेम ठाकुर ने रविवार को जारी बयान में आरोप लगाया कि सरकार को गुंणात्मक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि बीते 21 वर्षों अर्थात पांच टर्म से कसुम्पटी विस में कांग्रेस के विधायक लगातार चुनकर आए है और अब काबीना मंत्री है। इसके बावजूद भी कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र पूरे प्रदेश में सबसे पिछड़ा हुआ है। प्रेम ठाकुर ने बताया कि जुन्गा तहसील की 12 पंचायतों का एक मात्र सिविल अस्पताल है। इस अस्पताल में स्टाफ नर्स के स्वीकृत आठ पदों में से छः पद रिक्त चल रहे हैं। केवल दो स्टाफ नर्स को चौबीस घंटे ड्यूटी देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हाल ही में एक वार्ड सिस्टर रिटायर और एक अन्य हेल्थ ऐजुकेटर का तबादला कर दिया गया है। हालांकि अस्पताल में चार एमबीबीएस चिकित्सक कार्यरत है परंतु विशेषज्ञ डॉक्टर कोई भी नहीं है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नाम पर केवल सेवादार है। सफाई के नाम पर अस्पताल में केवल चार घंटे के लिए ठेके पर सेवादार रखे गए हैं।
प्रेम ठाकुर ने बताया कि इस अस्पताल में बीते तीन महीनों से कोई वाहन सुविधा नहीं है। सरकार के टीकाकरण व अन्य कार्यक्रमों को कर्मचारी बस से कवर करते हैं। सबसे अहम बात यह है कि सीएचसी मशोबरा को छोड़कर कसुम्पटी विस के किसी भी अस्पताल में 108 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं है। जुन्गा अस्पताल में क्रसना डायग्नोस्टिकस को लैब का कार्य सौंपा गया है, जिसकी रिपोर्ट तीसरे दिन आती है। इसी प्रकार सीएचसी कोटी में केवल एक मात्र चिकित्सक है। पीएचसी में बीते दो साल से कोई डॉक्टर नहीं है। फार्मासिस्ट के सहारे पीएचसी चल रही है। पीरन आयुर्वेद औषधालय में कोई भी फार्मास्सिट नहीं है न ही कोई लैब सुविधा है। इसी प्रकार जनेडघाट और डब्लू उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ताले लटके हुए हैं।
25 बिस्तर वाले जुन्गा अस्पताल में कुक का पद बीते कई वर्षों से रिक्त चल रहा है जिसके चलते मरीजों को खाना बाहर से खरीद कर लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में यदि सर्जन, हडडी रोग और विशेषकर स्त्री रोग विशेषज्ञ की बहुत जरूरत है। प्रेम ठाकुर ने सरकार से मांग की है कि जुन्गा तहसील के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। बीएमओ मशोबरा से जब इस बारे में बात करनी चाही तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।