नाहन/सोलन/बिलासपुर : राष्ट्रीय पटल पर “हिमाचल” छोटा सा प्रदेश है। आमतौर पर यहां की पहचान सीधे-साधे लोगों व पर्यटन (Tourism) के लिए होती है। लेकिन अब ये छोटा सा राज्य देश में महिला कबड्डी (Women Kabbadi) के मानचित्र (Map) पर भी एक खास छाप छोड़ रहा है। हाल ही में एशियन गेम्स (Asian Games) में महिला कबड्डी टीम के लिए 12 सदस्य दल का ऐलान हुआ। भारतीय टीम (Indian Team) में 12 में से 5 खिलाड़ी छोटे से पहाड़ी प्रदेश से है। सूबे की छोरियां राष्ट्रीय पटल पर चमकी है। छोरियों की निगाहे एशियाई गेम्स में गोल्ड मैडल पर टिकी हुई है।

सिरमौर के गिरिपार से 3, बिलासपुर व सोलन से एक-एक बेटी का चयन भारतीय टीम में हुआ है। गिरिपार की रितु नेगी व पुष्पा राणा का चयन एक साथ साउथ एशियाई खेलों के लिए भी हुआ था। खास पेशकश में हम आपको देश की उभरती महिला कबड्डी खिलाड़ियों से मिलवा रहे हैं।
रितु नेगी
सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के शरोग गांव में जन्मी रितु नेगी टीम में डिफेंडर की भूमिका निभाएंगी। इससे पहले वो जूनियर इंडिया 2018 एशियन गेम्स व साऊथ एशियन गेम्स (South Asian Games) में भी भारतीय टीम का हिस्सा रह चुकी हैं। इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी रितु नेगी(Ritu Neg) गत वर्ष शादी के बंधन में बंध गई थी। रितु नेगी ने हरियाणा (Haryana) के स्टार कबड्डी प्लेयर रोहित गुलिया के संग सात फेरे लिए थे।

मौजूदा वक्त में रितू भारतीय रेलवे (Indian Railway) के लिए खेलती हैं। पति रोहित गुलिया भी इंडियन रेलवे की टीम के लिए खेलते हैं। वैसे तो रितु नेगी (Ritu Negi) ने कबड्डी खेलते हुए ढेरों उपलब्धियां हासिल की हैं। लेकिन विशेष तौर पर इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीतना करियर का सबसे शानदार पड़ाव रहा है।
मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
पुष्पा राणा
शिलाई में 10 वीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद पुष्पा साईं हॉस्टल धर्मशाला (SAI Hoste) चली गई। वो पहले भी साऊथ एशियन गेम्स में भारतीय महिला कबड्ड़ी (Indian Women Kabbadi) टीम की सदस्य रह चुकी हैं।

टीम ने सिल्वर मैडल (Silver Medal) जीता था। धर्मशाला में ही रह कर ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी पूरी की। पिता जय पाल राणा जेबीटी के पद पर तैनात है। पुष्पा को कबड्डी का खेल पिता से विरासत में मिला है। 2014 में कबड्डी खेलना शुरू किया था। पुष्पा को एशियन गेम्स में ऑलराउंडर की भूमिका निभानी है।
निधि शर्मा
बिलासपुर की देऊ की रहने वाली निधि शर्मा भारतीय टीम में रेडर (Raider) की भूमिका निभाएंगी। मौजूद में निधि राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) में तैनात है।

करीब 2 साल पहले निधि का चयन राजस्थान पुलिस के लिए हुआ था। इससे पहले वो स्टेट हॉस्टल बिलासपुर (State Hostel Bilaspur) में रह कर कबड्डी के गुर सिख रही थी। निधि जूनियर इंडिया (Junior India) में भी खेल चुकी है। अंग्रेजी (English) में एमए की शिक्षा हासिल की है। पिता खेती-बाड़ी करते हैं।
ज्योति ठाकुर
सोलन (Solan) के कंडाघाट उपमंडल के जखेड़ की रहने वाली ज्योति ठाकुर का चयन पहली बार भारतीय महिला कबड्डी टीम में हुआ है। साई छात्रावास धर्मशाला (Dharmshala) की खिलाड़ी ज्योति ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है।

ज्योति ठाकुर 10 साल से कबड्डी खेल रही है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर (International Level) पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है। ज्योति भी टीम में ऑलराउंडर होगी।
सुषमा शर्मा
सुषमा का ताल्लुक सिरमौर जिला के द्राबिल से है। करीब 7-8 साल से कबड्डी खेल रही है। भारतीय टीम (Indian Team) में वो रेडर(Raider) होगी।

स्ट्रेट हॉस्टल में रहने के दौरान सुषमा का चयन राजस्थान पुलिस में हुआ। वो भी चयन से पहले राज्य छात्रावास(Hostel) बिलासपुर की छात्रा थी। यहां पढ़ाई के साथ-साथ कबड्डी के गुर भी सिख रही थी। ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुकी है।
बहरहाल, छोटे से राज्य के लिए ये ख़ुशी के पल हैं कि एक साथ 5 बेटियों का चयन एशियन महिला कबड्डी टीम में हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि एशियन गेम्स में ये छोरिया न केवल देश बल्कि प्रदेश के लिए गौरव लेकर आएंगी।