नाहन, 7 सितंबर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय नाहन में कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सेवा केंद्र की संचालिका बी के रमा दीदी जी ने कार्यक्रम में आए सभी भाई बहनों को कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी।

श्री कृष्ण के जीवन का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जन्म से ही इतने महान थे तो अवश्य उन्होंने पूर्व जन्म में कोई महान पुण्य किया होगा। श्री कृष्ण को योगीराज भी कहते हैं। वो इतने महान कैसे बने। जिस तरह श्री कृष्ण की आत्मा और शरीर दोनों पवित्र है, इसी तरह हमें अपने मन को भी शुद्ध और पवित्र बनाना होगा। वह गुणों के धनी थे, तभी आज तक भी हम उनकी जीवन लीलाऐं व चरित्र सुनते हैं।
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बीके दीपशिखा बहन ने जन्माष्टमी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म में देवी-देवताओं में सबसे ज्यादा श्री कृष्ण की महिमा का गान होता है। वह सर्व गुण सम्पन्न,16 कला सम्पूर्ण, संपूर्ण निर्विकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम,अहिंसा परमो धर्म थे। उनके हर एक अंग की प्रशंसा कमल पुष्प के समान करते हैं। इसका अर्थ है उनका किया हर कर्म दिव्य था। हमें भी उनके
जैसे गुणों को अपने जीवन धारण करना होगा। उनके साथ संस्कार के मिलन की रास मनानी होगी। हमें जन्माष्टमी पर इस व्रत को धारण करना है कि हमें उनके जैसा बनना है।

बीके शिवानी बहन ने कृष्ण प्रेम पर एक गीत प्रस्तुत किया और कहा कि हम संकल्प लें कि हम भी श्री कृष्ण की तरह सर्वगुण संपन्न बने और उसी दैवी राज्य में उनके साथ आयें। इसका प्रमाण है कि हम आज भी कुछ लोग अपने नाम के पीछे’ देवी’ लगाते हैं । बीके प्रियंका बहन ने उपस्थित सभी भाई बहनों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी।
इस कार्यक्रम के अंत में केक काटा गया और माही, वंशिका व आर्यन के द्वारा मधुबन में कन्हैया किसी गोपी से मिले गीत पर बहुत सुंदर नृत्य पेश किया। मुस्कान ने रात सुहावनी, मस्त चांदनी पर नृत्य किया। मृणालिनी ने कृष्ण गीत पर एक नृत्य पेश किया। अंजना शर्मा ने कृष्ण भक्ति पर गीत गाकर समा बांधा। जन्माष्टमी के इस कार्यक्रम में चम्पा, बबीता अनीता नेगी, रमेशभाई, कमलेश, नीलम, बाबूराम, यादवेंद्र ,राजीव, अरुण, नारायण,अभय ,प्रतिभा, मनोरमा वती, राजरानी सहित अनेक भाई बहन मौजूद रहे।