मंडी,3 सितंबर : झलोगी टनल के पास हुए भारी भूस्खलन के कारण पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का खतरा लगातार बना हुआ है। इस खतरे को पूरी तरह से हटाने के लिए फोरलेन की दूसरी सड़क के जल्द खुलने का इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि दूसरी सड़क भी भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसलिए फोरलेन के एक भाग पर ही सारा ट्रैफिक गुजारा जा रहा था। क्योंकि एक भाग सही ढंग से चल रहा था। इसलिए इसकी मरम्मत की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। जब इस पर लैंडस्लाइड हुआ तो अब दूसरे भाग को जल्द खोलने की जरूरत महसूस हुई और मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

उम्मीद है कि इसे जल्द ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है तो फिर झलोगी टनल के पास गिरे मलबे को हटाने के लिए रणनीति के साथ काम किया जा सकता है। अभी समस्या यह है कि यहां पर सिर्फ वन-वे ही ट्रेफिक बहाल हो पाया है और वो भी इसलिए करना पड़ा है, क्योंकि दोनों तरफ गाड़ियों का लंबा जाम लग गया था। यहां समयानुसार ही दोनों तरफ से वाहनों को छोड़ा जा रहा है। वाहन चालकों का कहना है कि दिन भर जाम में फंसने के बाद झलोगी टनल के मुहाने पर जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। सरकार और प्रशासन से निवेदन है कि इसे जल्द से जल्द दरूस्त किया जाए।
वहीं, प्रशासन ने मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग पर बड़े वाहनों के एक तरफा जाने की अनुमति दे दी है। छोटे वाहनों के लिए दोतरफा यातायात बहाल कर दिया गया। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि सुबह 5 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक मंडी से कुल्लू दोनों तरफ से छोटे वाहन आ-जा सकेंगे। इसके बाद शाम 6 बजे से रात 11 बजे तक कुल्लू की तरफ से बड़े मालवाहक वाहनों को इस रास्ते से मंडी तक आने की अनुमति होगी। यह सिर्फ मालवाहक वाहनों के लिए ही है। यदि कोई इसकी अवहेलना करता है तो उसे भारी भरकम जुर्माना अदा करना होगा।