नाहन, 31 अगस्त : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आदर्श केंद्रीय कारागार नाहन में अलौकिक रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। इस अवसर पर सेवा केंद्र की संचालिका बीके रमा दीदी जी ने रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि यूं तो बंधन हमेशा दुख देने वाला होता है, किसी को किसी को भी अच्छा नहीं लगता है, लेकिन इस रक्षाबंधन के बंधन में सभी बांधना चाहते हैं। उन्होंने कहा, यह बंधन है पवित्रता का, स्नेह का, शक्तियों का, जिसमें स्वयं निराकार परमात्मा शिव हमारी रक्षा करते हैं।

हमें सिर्फ स्वयं को विकारों से मुक्त होने के लिए परमात्मा द्वारा बताए गए रास्ते पर चलना होगा। उन्होंने सभी कैदी भाइयों से राखी के प्रति विशेष प्रतिज्ञा कराई कि विकारों का दान देकर अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाएंगे और जीवन में सद्गुणों को अपनाएंगे।
बीके प्रियंका बहन ने कहा कि कोई मनुष्य हमारी रक्षा नहीं कर सकता, क्योंकि हम किसी की भी रक्षा के लिए सक्षम नहीं हैं। परमात्मा पिता हमें संकल्प का रक्षा कवच बंधवाते हैं कि हम अपने अंदर किसी भी गुण को धारण करें। धारणा करेंगे तो हमारे अंदर से कमी कमजोरी निकलती जाएगी। रक्षाबंधन पर सबसे पहले तिलक लगाना हमें आत्म स्मृति दिलाता है। मिठाई मीठे बोल वह व्यवहार का प्रतीक है। राखी बंधन दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
बीके पवन भाई जी ने रक्षाबंधन के अवसर पर सभी को मुबारक दी और कहा कि मेरा व्यक्तिगत अनुभव है, जितना हम परमात्मा से कनेक्शन जोड़ते हैं, उतना ही हमें परमात्मा शक्ति का अनुभव होता जाता है।

इस मौके पर जेल अधीक्षक सुशील कुमार जी ने बहनों के आगमन पर उन्हें धन्यवाद किया और कहा कि हर वर्ष बहनें रक्षाबंधन के मौके पर आकर के राखी के साथ-साथ हमारे अंदर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करती हैं। यह वह मौका है, जब बहनें अपने भाइयों के लिए मंगल कामना करती है। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमारे पास विशेष ब्रह्माकुमारी बहनें मंगल कामना के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान से आत्मिक उन्नति भी कराती हैं। इसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।
इसके पश्चात जेल स्टाफ और कैदी भाइयों को रक्षा सूत्र बांधा गया। कार्यक्रम पवन कुमार , राजरानी, चंपा देवी, बबीता राणा, यादविंदर सिंह, राजीव राणा के मौजूद रहे।