शिमला, 29 अगस्त : भाई-बहन के पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन के लिए शिमला के बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सज गए हैं। इस बार मानसून में भारी तबाही देखने को मिली है।

आपदा का असर शिमला में राखी के बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। कई सड़कें बंद होने की वजह से ग्राहक कम ही बाजार में पहुंच रहे हैं। बाजारों में जिस तरह की रौनक रक्षाबंधन पर होती थी वो इस बार नजर नहीं आ रही है। ऐसे में स्थानीय कारोबारी खासे परेशान हैं। पर्यटन कारोबार पहले ही ठप पड़ा है। वहीं अब त्यौहारी सीजन में भी बाजारों से रौनक गायब है।
शिमला के लोअर बाजार में राखी की दुकान लगाने वाले कारोबारियों का कहना है कि बीते साल के मुकाबले इस साल बाजार काफी ठंडा पड़ा हुआ है। राखी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या नाम मात्र की है। उनका कहना है कि आपदा की वजह से लोग बाजारों तक नहीं पहुंच पा रहे है। पहले के मुकाबले इस बार कारोबार काफी कम है।
वहीं, बाजार में अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने आई बहनों के चेहरे पर उत्साह नजर आया। महिलाओं का कहना है कि यह एकमात्र त्यौहार है, जब कोई बहन अपनी पसंद की चीज अपने भाई को देती है। बहन भाई की कलाई में राखी बांधकर उसकी प्रगति एवं रक्षा की कामना करती हैं।