शिमला, 24 अगस्त : राजधानी के समरहिल में भूस्खलन से जमींदोज हुए शिव बावड़ी मंदिर में लापता लोगों की तलाश में जुटी रेस्क्यू टीमों ने गुरुवार को घटना के 11वें दिन एक शव बरामद किया। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व होमगार्ड की टीमों के संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान घटनास्थल के पास नाले में मलबे से एक शव निकाला गया। मृतक की शिनाख्त नीरज ठाकुर (39) पुत्र शांति स्वरूप निवासी ऐंदडी समरहिल के रूप में हुई है।

हादसे वाले दिन वह शिव बावड़ी मंदिर में जलाभिषेक करने आया था कि भूस्खलन ने पूरे मंदिर को ध्वस्त कर दिया।
इस हादसे में अब तक मंदिर के पुजारी सहित 18 शव बरामद हुए हैं, जबकि एक शव की शिनाख्त नहीं हुई है। अभी भी दो लापता लोगों की तलाश जारी है। इनमें पवन शर्मा और उनकी आठ वर्षीय पोती शामिल है। राहत व बचाव कर्मी अब घटनास्थल से नीचे नाले में लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि शव मलबे में कई-कई फुट नीचे दबे मिल रहे हैं।
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शिमला के एसपी संजय गांधी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में जुटे कर्मी बड़े साहस से काम कर रहे हैं। आज एक शव बरामद हुआ है। मिसिंग रिपोर्ट के अनुसार अभी भी मलबे में दो लोग लापता हैं। इस दर्दनाक हादसे में एक परिवार के सात सदस्यों की मौत हुई है, इनमें तीन मासूम बच्चे भी शामिल हैं। परिवार की तीन पीढियां खत्म हो गईं। इस परिवार के दो सदस्यों के शव अभी भी बरामद नहीं हुए हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर और बालूगंज स्कूल के एक शिक्षक की भी मौत हुई है।
गौरतलब है कि बीते 14 अगस्त (सोमवार) की सुबह करीब सवा सात बजे भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आने से शिव बावड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया था। भूस्खलन इतना ख़ौफ़नाक था कि मंदिर का नामो निशान ही मिट गया। मंदिर में मौजूद दो दर्जन से अधिक लोगों को बच निकलने का समय तक नहीं मिला। भूस्खलन के बाद घटनास्थल पर तबाही का मंजर देखा गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया था। इस भयानक हादसे ने कई परिवारों को मौत की नींद सुला दिया।