बिलासपुर, 21 अगस्त : घुमारवीं सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में कॉफी उत्पादन की संभावनाओं को तलाशने के लिए विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं के मिलन पैलेस में सोमवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

इस सेमिनार का आयोजन डॉ वाई एस परमार बागवानी एवं वानिकी यूनिवर्सिटी के सहयोग से हुआ। इस दौरान स्थानीय विधायक राजेश धर्माणी, डॉ वाई एस परमार बागवानी एवं वानिकी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो राजेश्वर सिंह चंदेल, डॉ एस के चौहान, यूनिवर्सिटी रिसर्च सेंटर नेरी से डीन डॉ प्रो कमल शर्मा, डॉ विक्रम शर्मा आदि मौजूद रहे।
सेमीनार में हमीरपुर, मंडी, चंबा, कांगड़ा, ऊना और बिलासपुर के किसान भाग ले रहे हैं। वहीं कॉफी उत्पादन से जुड़े किसानों व बागवानों के विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए बेंगलुरु से वैज्ञानिकों की एक टीम भी घुमारवीं पहुंच चुकी है।
आपको बता दें कि बिलासपुर और साथ में लगते अन्य जिलों के किसान, जिन्होंने कॉफी उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा है, उन किसानों के अनुभव को अन्य किसानों के साथ भी साझा किया जाएगा। वहीं कॉफी उत्पादन के क्षेत्र में पेश आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी जाएगी।
बिलासपुर सहित साथ लगते अन्य जिलों में कॉफी उत्पादन की अपार संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं। निचले हिमाचल में 35 डिग्री तक तापमान कॉफी उत्पादन के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। इसी के मद्देनजर मध्यनजर सरकार विभिन्न बागवानी यूनिवर्सिटी की सहायता से इस क्षेत्र को कॉफी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रही है।