बिलासपुर, 20 अगस्त : जनपद के होनहार बेटे प्रो. बिहारी लाल शर्मा को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्थित देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय ’संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय’ (Sampurnanand Sanskrit University) वाराणसी (Varanasi) का कुलपति नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने 19 अगस्त को इस संबंध में अधिसूचना जारी की है।

हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव से निकले व्यक्ति द्वारा यह मुकाम हासिल करना और देश के प्राचीनतम सबसे बड़े और प्रतिष्ठित संस्थानों में शुमार विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर पहुंचना प्रदेश और क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।
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बता दें कि झंडूता उपमंडल के भदोल गांव के रहने वाले प्रो. शर्मा वर्तमान में श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली (National Sanskrit University New Delhi) में प्रोफेसर (Professor) के रूप में अपनी सेवाएं देने के साथ-साथ विश्वविद्यालय में निदेशक, आईक्यूएसी (IQAC) और चीफ प्रॉक्टर (chief proctor) की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी का वीसी बनाए जाने की उपलब्धि से जहां समूचा प्रदेश गौरवान्वित हुआ है, वहीं झंडूता उपमंडल और उनके पैतृक गांव भदोल में खुशी की लहर है।
संस्कृत व ज्योतिष में देश के अग्रणी विद्वान हैं प्रो. शर्मा
बता दें कि प्रो. बिहारी लाल शर्मा (जन्म- 1 जून, 1966) संस्कृत तथा ज्योतिष (Sanskrit & Astrology) के प्रकांड विद्वान हैं। उनका नाम इस क्षेत्र में देश के अग्रणी विद्वानों में आता है। इन विषयों पर रिसर्च को बढ़ावा देने में उनका प्रमुख योगदान और स्थायी प्रभाव रहा है। अकादमिक क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों के दृष्टिगत ही उन्हें ’संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय’ वाराणसी का कुलपति नियुक्त किया गया है।
प्रो. बिहारी लाल शर्मा साल 1997 से श्री लाल बहादुर शास्त्री (Shri Lal Bahadur Shastri) राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली में अध्यापनरत हैं। प्रो. शर्मा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संस्कृत में अपनी बीए, (BA) एमए (MA) करने के बाद राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान नई दिल्ली से बीएड (B.Ed) तथा श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली से फलित ज्योतिष में एमए तथा पीएचडी (PHD) की डिग्री प्राप्त की।
प्रो. शर्मा के पास 25 से अधिक वर्षों का समृद्ध अध्यापन अनुभव है। वे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) उच्च शिक्षा परिषद् के सदस्य के साथ ही देश के अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों की अकादमिक और प्रशासनिक समितियों के भी सदस्य हैं।
प्रो. शर्मा 20 के लगभग शोधार्थियों को पीएचडी करवा चुके हैं। उनकी 4 पुस्तकों के अलावा अनेक संपादन कार्य और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स (international journals) में अनेक रिसर्च पेपर (research paper) प्रकाशित हो चुके हैं। प्रो. शर्मा को इसके अलावा कई पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है। प्रो. बिहारी लाल शर्मा का ’संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय’ वाराणसी का कुलपति बनाया जाना हिमाचल प्रदेश के लिए हर्ष का विषय है।