चंडीगढ़/शिमला, 19 अगस्त : ऊंचे पेशेवर मानकों की बदौलत केंद्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण केंद्र (central detective training institute) चंडीगढ़ को देश के क्षमता विकास आयोग से ‘अति उत्तम’ के तौर पर मान्यता (accreditation) मिली है। देश के चुनिंदा संस्थानों को ये उपलब्धि हासिल होती है।
दरअसल, पहाड़ी प्रदेश के लिए ये पल इस कारण मायने रखते हैं, क्योंकि सीडीटीआई चंडीगढ़ (CDTI Chandigarh) में हिमाचल कैडर की तेजतर्रार आईपीएस (IPS)अधिकारी रानी बिंदू सचदेवा बतौर निदेशक तैनात हैं।

खास बात ये है कि रीजन में ये उपलब्धि हासिल करने वाला पहला संस्थान है। आईपीएस रानी बिंदू लंबे अरसे से संस्थान में रहकर पुलिस कैरियर में कुछ हटकर करने की कोशिश में लगी हुई हैं। अहम बात ये भी है कि मौजूदा में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवेल्पमेंट के (BPRD) के अधीन प्रशिक्षण केंद्र में हिमाचल से महिला आईपीएस के अलावा डीएसपी साहिल अरोड़ा व निरीक्षक संजय भी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
ये मान्यता सीबीसी टीम (CBC Team) द्वारा मौके पर गहन निरीक्षण के बाद प्रदान की जाती है। देश भर में ही चुनिंदा संस्थानों को ये उपलब्धि हासिल हुई है। 2022-23 में संस्थान ने 52 ट्रेनिंग कोर्स करवाने का लक्ष्य तय किया था। बता दें कि चंडीगढ़ में केंद्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना 1973 में हुई थी।

एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में प्रशिक्षण केंद्र की निदेशक रानी बिंदू सचदेवा ने कहा कि समूची टीम के लिए ये गौरवान्वित पल हैं। इसे हासिल करना आसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि पेशेवर मापदंडों की गहन कसौटी पर खरा उतरना पड़ता है।
आपको बता दें कि क्षमता विकास आयोग के राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग की टीम द्वारा चंडीगढ़ के संस्थान का मूल्यांकन किया गया था। आयोग द्वारा ये मान्यता 18 अगस्त 2023 से 17 अगस्त 2025 तक प्रदान की गई है।